रेलवे बोर्ड ने तारीख जारी की, 17 नवंबर से शुरू जाएगी प्रक्रिया
रतलाम। रेलवे कर्मचारियों के अंश वाली जेसी बैंक निदेशक मंडल के चुनाव आगामी 22 दिसंबर को होंगे। चुनाव की प्रक्रिया 17 नवंबर को मतदाता सूची के प्रकाशन के साथ शुरू हो जाएगी। रतलाम रेल मंडल में रतलाम व दाहोद के मिलाकर 12422 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इस समय जेसी बैंक में रेल संगठन की बात की जाए तो वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ का दोनों निदेशक पद पर कब्जा है। मतदाताओं की संख्या के मान से देखा जाए तो पश्चिम रेलवे में तीसरे नंबर पर संख्या रतलाम रेल मंडल की है।
रेलवे में कर्मचारियों को बच्चों के विवाह, पढ़ाई, पर्सनल आदि के लिए नाममात्र के ब्याज पर कर्ज देने के लिए जेसी बैंक की स्थापना की गई। पूरे देश में इस बैंक का हेडक्वार्टर मुंबई में है। सालाना होने वाली बैठक में कर्मचारियों के लिए कर्ज की ब्याज दर बढ़ाना, कम करना आदि सहित नई सुविधाओं पर बात की जाती है। आमतौर पर जेसी बैंक के चुनाव वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन, वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ लड़ती है। जुलाई में रेलवे संगठन के चुनाव में देशभर में भारतीय रेल मजदूर संघ को भी मान्यता मिल गई है। पश्चिम रेलवे में कई जगह इसी का संगठन पश्चिम रेलवे कर्मचारी परिषद ने कहीं पर दूसरा तो कहीं पर तीसरा स्थान बनाया है। ऐसे में इस बार जेसी बैंक में तीसरा विकल्प भी कर्मचारियों के सामने रहेगा।
इस तरह चलेगा चुनावी कार्यक्रम
17 नवंबर को मतदाता सूची का प्रकाशन
18 से 21 नवंबर तक सूची पर आपत्ति
24 से 26 नवंबर तक इस पर सुनवाई
26 नवंबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन
1 से 5 दिसंबर तक नामांकन फॉर्म जारी
5 दिसंबर से नामांकन फॉर्म जमा करना
8 दिसंबर नामांकन की अंतिम तारीख
8 दिसंबर नामांकन फॉर्म की जांच
9 दिसंबर नामांकन फॉर्म वापस लेने का अवसर
10 दिसंबर को प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी
22दिसंबर मतदान सुबह 8 बजे से
24 दिसंबर मतगणना सुबह 10 बजे से
इतने मतदान केंद्र
स्थान - मतदाता - मतदान स्थान - बूथ संख्या
रतलाम - 10788 - 29 - 32
दाहोद - 1637 - 2- 4
जयपुर - 7932 - 13 - 19
कोटा - 8843 - 25 - 28
अजमेर - 7371 - 25 - 17
चर्चगेट - 2186 - 5 - 5
मुंबई सेंट्रल - 20399 - 30 - 39
बड़ोदरा - 9323 - 16 - 20
अहमदाबाद - 13328 - 29 - 29
भावनगर - 5440 - 23 - 23
कुल - 91953 - 207 - 237
काफी कुछ देखकर देते वोट
पहले व अब में काफी अंतर है। पहले संगठन के कार्य, लोकप्रियता आदि को देखा जाता था। अब मतदाता समझदार हो गया है, वो सबसे पहले यह देखता है उसको किस संगठन से जुड़ने व वोट देने से लाभ है।
- प्रकाशचंद्र व्यास, पूर्व डायरेक्टर, जेसी बैंक, रेलवे