MP News: मध्यप्रदेश के मऊगंज जिले के एक संविदा कर्मचारी ने गीत के माध्यम से अपनी पीड़ा व्यक्त की है।
MP News: मध्यप्रदेश के मऊगंज जिले की नईगढ़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत एक संविदा कर्मचारी का गीत सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस गीत के जरिए उन्होंने प्रदेश के लाखों संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की सालों पुरानी मांग को सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया है।
पोषण पुनर्वास केंद्र में प्रवर्तक के पद पर कार्यरत आशीष खरे ने गीत को लाखों संविदा कर्मचारियों के संघर्ष से जोड़ते हुए प्रस्तुत किया है। वीडियो के जरिए उन्होंने कहा कि इसके पहले प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान जी को मामा कहकर पुकारते रहे। उन्होंने कुछ मांगें पूरी की तो कुछ अधूरी रह गईं। अब रीवा से हैं, हमारे प्रदेश के मुखिया को छोटी बहन ने जीजा जी कहकर संबोधित किया। तो मैं भी जीजा जी के नाम से उन्हें संबोधित करूंगा। मोहन जीजा जी तक अपनी मांगों को लेकर एक गीत प्रस्तुत करूंगा। ताकि साले-सालियों की मांग उन तक पहुंचे और वे मांगे पूरी कर दें।
करलो मोहन जीजा जी, विनती ये स्वीकार,
परमानेंट करा दो आपकी होगी जय-जयकार (2)
संविदा कलंक है ये इसको मिटाओ,
रेगुलर करा दो हमको अब न सताओ, (2)
पेंशन बीमा सब कुछ के हम भी है हकदार,
परमानेंट करा दो आपकी होगी जय-जयकार
बीमारों के बीच ही है सेवा हमारी,
जाने कब लग जाए कौन बीमारी
आयुष्मान दिलाओ गर हम हो गए बीमार,
परमानेंट करा दो आपकी, आपकी होगी जय-जयकार
गीत के जरिए पोषण पुनर्वास केंद्र के प्रवर्तक आशीष खरे ने संविदा कर्मचारियों की व्यथा को बताया है। संविदा कर्मचारी सालों से काम कर रहे हैं। इसके बावजूद उन्हें परमानेंट नहीं किया गया है। जिस कारण वह पेंशन, बीमा और स्वास्थ्य सुरक्षा जैसी मूल सुविधाओं की मांग कर रहे हैं।
बता दें कि, संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की मांग लगभग दो दशक से चली आ रही है।