सागर जिले की जैसीनगर जनपद पंचायत अंतर्गत कई स्कूल ऐसे हैं जर्जर हो चुके हैं। अब नए सत्र में फिर उन्हें इसी स्कूल में बैठकर पढ़ाई करना पड़ेगी। इस दौरान उन्हें हादसे का डर बना रहता है। लेकिन इन स्कूलों की मरम्मत नहीं कराई गई है। वहीं मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश हैं कि इस नवीन […]
सागर जिले की जैसीनगर जनपद पंचायत अंतर्गत कई स्कूल ऐसे हैं जर्जर हो चुके हैं। अब नए सत्र में फिर उन्हें इसी स्कूल में बैठकर पढ़ाई करना पड़ेगी। इस दौरान उन्हें हादसे का डर बना रहता है। लेकिन इन स्कूलों की मरम्मत नहीं कराई गई है। वहीं मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश हैं कि इस नवीन शैक्षणिक सत्र से एक-एक स्कूल गोद लो, जिससे शैक्षणिक व्यवस्था के स्तर में सुधार हो सके। इसके बाद भी जिम्मेदारों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो रहा है और शैक्षणिक सत्र के साथ ही क्षेत्र में मानसून की भी शुरुआत होगी। बारिश के मौसम में पिछले साल की तरह भी इस साल भी बच्चों को जर्जर स्कूलों में बैठकर ही पढ़ाई करना होगी, क्योंकि पिछले साल की गलतियों से अधिकारियों ने कोई सबक नहीं लिया जिससे जैसीनगर जनपद शिक्षा केंद्र के अंतर्गत आने वाले 43 स्कूल बिलकुल जर्जर अवस्था में है और जैसीनगर जनपद शिक्षा केंद्र के अप यांत्रियों की रिपोर्ट के अनुसार लगभग 174 स्कूल मरम्मत के लिए तरस रहे है। जनपद शिक्षा केंद्र जैसीनगर के अंतर्गत प्राइमरी, माध्यमिक एवं एकीकृत स्कूलों की लगभग संख्या 180 के आसपास है। जिनको लगभग 6 जन शिक्षा क्रेन्दों में बांटा गया है। शासन स्तर से 12 जन शिक्षकों और लगभग 05 बीएसी की स्कूलों मे सतत निगरानी करने की जिम्मेदारी सौँपी गई है। इन अधिकारियों की पदस्थापना भी की गई है, और इन अधिकारियों ने जनपद शिक्षा केंद्र कार्यालय में लगातार 5 वर्ष से रिपोर्ट दे रहे है की जनपद शिक्षा केंद्र के अंतर्गत कितने स्कूलों के भवन एवं शौचालय कहां कहां क्षतिग्रस्त हैं एवं कहां-कहां मरम्मत होनी है,लेकिन शासन स्तर से राशि की स्वीकृति प्रदान नहीं हो पा रही है, अनेक स्कूलो की दयनीय हालत है
पिछले 2 वर्षों के दौरान 22 स्कूलो को 44 लाख रुपए की राशि हुई स्वीकृत लेकिन मॉनिटङ्क्षरग का अभाव पिछले दो वर्षों के दौरान जैसीनगर जनपद शिक्षा केंद्र के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में 44 लाख रुपए की राशि 22 स्कूलों के लिए परिसंपत्ति संधारण कार्य के लिए प्रत्येक स्कूल के लिए दो से ढाई लाख रुपए की राशि स्वीकृत हुई और जनपद शिक्षा केंद्र के उपयंत्रियों के सतत मॉनिटिरिग के अभाव में कहीं कार्य पूर्ण तो कहीं अधूरे रह गए। कई स्कूलों में यह स्थिति है कि अभी उनके बैंक खाते नहीं खुल पाए हैं जिससे राशि नहीं पहुंच पा रही है,
जब इस संबंध में जनपद शिक्षा केंद्र के उपयंत्री जीवनलाल अहिरवार ने बताया कि जनपद शिक्षा केंद्र जैसीनगर के अंतर्गत आने वाले 174 स्कूलों के मरम्मत के प्रस्ताव शासन को पहुंचाएं हैं, जैसे ही राशि प्राप्त होती है तो मरम्मत का कार्य होगा
-मैं हाई स्कूल एवं हाई सेकेंडरी स्कूलों में जो भी कार्य होना है उसके संबंध में जानकारी विद्यालयों से मंगाई गई है।
सृष्टि पटेल, सहायक संचालक जनपद जैसीनगर