राष्ट्रीय संत चिंमयानंद बापू का रविवार को शहर में आगमन हुआ। फूलों से सजी खुली जीप में चिंमयानंद बापू ने भक्तों को दर्शन दिए। जगह-जगह पुष्पवर्षा से स्वागत किया। सैकड़ों फोर व्हीलर खुली जीप, डीजे, ढोल बाजे के साथ शोभायात्रा मोतीनगर चैराहा से शुरू हुई।
राष्ट्रीय संत चिंमयानंद बापू का रविवार को शहर में आगमन हुआ। फूलों से सजी खुली जीप में चिंमयानंद बापू ने भक्तों को दर्शन दिए। जगह-जगह पुष्पवर्षा से स्वागत किया। सैकड़ों फोर व्हीलर खुली जीप, डीजे, ढोल बाजे के साथ शोभायात्रा मोतीनगर चैराहा से शुरू हुई। जीप को फूलों से सजाया गया था। बापू को चुनरी की पगडी़ पहनाई गई। मोतीनगर से बड़ाबाजार, तीनबत्ती, परकोटा, बसस्टैंड होते हुए शोभायात्रा कथा स्थल पर पहुंची, जहां शोभायात्रा का समापन हुआ। जगह-जगह लोगों ने बापू जी का पुष्पमाला पहनाकर व आरती उतारकर स्वागत किया। खेल परिसर के बाजू वाले मैदान में 15 दिसंबर से 21 दिसंबर तक श्रीमद्भागवत कथा प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक करेंगे।
आयोजन के लिए 120 गुणा 280 वर्गफीट का पंडाल तैयार किया जा रहा है। इसमें एक साथ 25 हजार श्रद्धालु बैठकर कथा का रसपान कर सकेंगे। मुख्य यजमान प्रतिभा डॉ. अनिल तिवारी होंगे। कथा में प्रतिदिन अलग-अलग प्रसंगों का वाचन होगा और हजारों श्रद्धालु इसमें शामिल होंगे। 15 दिसंबर को मंगलाचरण, 16 दिसंबर को प्रथम स्कंध भगवान कपिल चरित्र, 17 दिसंबर को ध्रुव चरित्र एवं भरत जी चरित्र, 18 दिसंबर को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, 19 दिसंबर को बाल लीला एवं गोवर्धन लीला, 20 दिसंबर को रासलीला एवं श्रीकृष्ण-रूक्मणी विवाह तथा 21 दिसंबर को सुदामा चरित्र कथा के साथ समापन होगा। इस दौरान भक्तों को श्रीमद्भागवत के प्रमुख प्रसंगों का रसपान कराया जाएगा।
शोभायात्रा में शामिल कथा के मुख्य यजमान प्रतिभा डॉ. अनिल तिवारी, शिल्पी नीरज तिवारी, शिवशंकर मिश्रा, अजय श्रीवास्तव, डॉ. तरूण बड़ोनिया, अनिल दुबे, रविन्द्र अवस्थी, पप्पू तिवारी, अंकित दुबे, असंख्य दुबे सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।