पत्रिका अमृतं जलम् अभियान, जलस्रोतों को सुरक्षित करने लगातार किए जा रहे कार्य
बीना. जल सरंक्षण और जलस्रोतों को सुरक्षित करने के लिए पत्रिका अमृतं जलम् अभियान के तहत जल स्रोतों की सफाई की जा रही है। साथ ही लोगों को इसके लिए जागरूक किया जा रहा है। शुक्रवार सुबह परमार्थ सेवा संगठन के तत्वावधान में हड़कल खाती और पार गांव स्थित तालाब की सफाई की।
संगठन के सदस्यों सहित ग्रामीणों ने तालाब पर पहुंकचर वहां फैली गंदगी की साफ-सफाई की। साथ ही आगे भी सफाई जारी रखने की बात कही, जिससे तालाब में जब पानी आए, तो वह स्वच्छ रहे। इस दौरान लोगों को जागरूक करते हुए जलस्रोतों में कचरा न फेंकने की बात कही। सभी को जल संरक्षण, जलस्रोतों को साफ रखने और पर्यावरण को सुरक्षित रखने की शपथ भी दिलाई गई। उमेश शर्मा ने कहा कि सभी को संकल्प लोना होगा कि वह स्वयं गंदगी न करें और न दूसरों को करने दें। जल संरक्षण को लेकर प्रयास करें। डालचंद पटेल ने कहा कि पानी अनमोल है और इसके बिना जीवन संभव भी नहीं है। साथ ही स्वच्छता का भी विशेष ध्यान रखें। प्रमोद राय ने कहा कि पत्रिका द्वारा जल संरक्षण और जलस्रोतों को बचाने के लिए जो अभियान चलाया जा रहा वह सराहनीय है। साथ ही लोगों से जल बचाने और ज्यादा से ज्यादा पौधे रोपने की अपील की। इस अवसर पर यशराज ठाकुर, युवराज ठाकुर, राज ठाकुर, अंकित, मनीष कुशवाहा, राज चढ़ार, रणधीर चढ़ार आदि उपस्थित थे।
पुराने कुओं का किया संरक्षण करने की जरुरत
संगठन सदस्यों ने कहा शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में बने पुराने कुओं का संरक्षण भी जरूरी है। कुओं में बारिश का पानी एकत्रित होता, जो जलस्तर बढ़ाने में कारगर साबित होता है।