
नागेश्वर मंदिर मॉडल स्कूल के मैदान में आयोजित गणेश कथा के चौथे दिन कथा व्यास पं. ऋषि ने कहा कि गणेश भगवान सौभाग्य देने वाले हैं ,इसलिए विवाह में गणेश जी की पूजन होती है। गोबर की गणेश कार्य सिद्धि प्राप्त प्रदान करते हैं लाल पत्थर के गणेश अभीष्ट सिद्धि देते हुए रुके हुए कार्य को पूरा करते हैं। गणेश पूजन की आराधना माता-पिता की पूजन सेवा का दर्शन है। जिस तरह गणेश ने माता-पिता की पूजन का प्रथम पूज्य बने। इस प्रकार मानव अपने माता-पिता सेवा करके संसार में अपने जीवन को सफल बनाता है।
कथा व्यास ने कहा कि शनि के प्रभाव के कारण विनायक का सिर कटा। इसके अलग-अलग पुराणों में अलग-अलग प्रसंग हैं। गला काटने पर माता पार्वती अत्यंत क्रोधित होकर समस्त सृष्टि का नाश करने जाने लगीं। भगवान शिव ने आदेश दिया जो उसके बालक का सिर लेकर आओ। जिसकी मां उसे विमुख होकर सो रही हो। तब नंदी आदि गण बालक का सिर लेने गए उनको जब कोई नहीं मिला। तब एक हथिनी जो अपने बच्चे की तरफ पीठ करके सो रही थी। उसका सिर लेकर आए और उसे सिर को शिव ने विनायक के धड़ से जोड़ दिया। और भगवान गणेश का जन्म हुआ। कथा व्यास के मनमोहक स्वर से भगवान गणेश की जन्म की बधाई भजनों से सभी भक्ति पर माहौल में झूमने लगे। कथा में मुख्य यजमान पंडित राजेंद्र, अनिल अवस्थी व नीरज रूबी ददरया रहे। प्रसादी की व्यवस्था पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव, फूलसिंह राजपूत, धम्मू प्रजापति व गीता पचौरी के सहयोग से हुई। कथा में युवा नेता अभिराज सिंह, महापौर संगीता तिवारी, युवा नेता शशांक तिवारी, एड. अन्नी दुबे व नितिन पचौरी आदि मौजूद रहे।
Published on:
29 Dec 2025 04:35 pm
बड़ी खबरें
View Allसागर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
