झील को साफ-स्वच्छ रखने, जल संरक्षण, जल संवर्धन और प्रकृति संरक्षण के लिए निगमायुक्त राजकुमार खत्री की पहल शुरू हुई गंगा आरती शहर के नागरिकों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र बन रही है।
लाखा बंजारा झील किनारे श्रद्धालुओं की उपस्थिति में मंत्रोच्चार के साथ गंगा आरती का आयोजन हुआ। इस सोमवार हुई गंगा आरती में 56 व्यंजनों का महाभोग लगाया गया। झील को साफ-स्वच्छ रखने, जल संरक्षण, जल संवर्धन और प्रकृति संरक्षण के लिए निगमायुक्त राजकुमार खत्री की पहल शुरू हुई गंगा आरती शहर के नागरिकों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र बन रही है। सोमवार की शाम श्रद्धालुओं का चकराघाट पर पहुंचना शुरू हो गया था। गंगा आरती में शामिल होने महिला-पुरुष व युवा बड़ी संख्या में पहुंचे। आरती के दौरान श्रद्धालु हरीश बड़ोनिया, योगेश बड़ोनिया ने मां गंगा को 56 व्यंजनों का महाभोग लगाने की व्यवस्था की। एक अन्य श्रद्धालु ने मां गंगा की प्रतिमा को आकर्षक श्रंृगार सामग्री से सजाया। आरती के दौरान लगाया गया महाभोग सभी उपस्थित नागरिकों में वितरित किया गया।
निगमायुक्त ने कहा कि स्मार्ट सिटी व नगर निगम नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के अनुरूप शहर की साफ-सफाई और स्वच्छ पर्यावरण के लिए नागरिकों को जागरुक कर झील को स्वच्छ व प्रदूषण मुक्त करने का कार्य कर रहा है। निगमायुक्त राजकुमार खत्री ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि लोगों का दायित्व है कि वे भी शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाए रखने में सहयोग प्रदान करें। स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को अच्छी रैंक दिलाने में सहयोग करें।
गंगा आरती में यजमान बनने की व्यवस्था
प्रत्येक सोमवार को गंगा आरती के अवसर पर श्रद्धालुओं की आस्था और इच्छा को देखते हुए यजमान बनाने की व्यवस्था की गई है, जो भी गंगा आरती के अवसर पर यजमान बनना चाहते हैं, वे गंगा आरती के 30 मिनट पहले संपर्क कर सकते हैं। आयोजकों ने कहा कि चकराघाट पर धार्मिक आयोजन से निकलने वाली पूजन सामग्री घाट पर बनाए गए कुंड में ही डालें।