पांच साल से बंद हैं कई ट्रेनें, यात्री हो रहे परेशान, कहा जनप्रतिनिधियों को देना चाहिए इस ओर ध्यान
बीना. कोरोना काल के बाद भले ही सबकुछ अनलॉक हो गया हो, लेकिन उस समय बंद हुईं चार ट्रेनों पर पांच साल बाद भी लॉक है, तो वहीं एक ट्रेन को मार्ग बदलकर चलाया जा रहा है। नतीजन जरुरत के समय जिले के लोगों को यात्रा करने परेशान होना पड़ रहा है, फिर भी रेलवे लोगों की समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
दरअसल कोरोना शुरू हुआ, तो 22 मार्च 2020 को जनता कफ्र्यू के साथ ही रूट की सभी ट्रेनों को बंद कर दिया गया था। लंबे समय बाद ट्रेनें चालू कर दी गई, लेकिन कई ट्रेनें आज तक ट्रैक पर नहीं आ सकी है, इनमें से रेलवे ने उज्जैन-देहरादून व देहरादून-उज्जैन एक्सप्रेस को चालू तो कर दी, लेकिन अशोकनगर-बीना की बजाय रूट बदलकर गुना-शिवपुरी के रास्ते चलाया जा रहा है, इससे शहर सहित जिले के यात्रियों को इस ट्रेन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कोटा-जबलपुर और जबलपुर-कोटा एक्सप्रेस, इंदौर-जबलपुर व जबलपुर-इंदौर एक्सप्रेस एवं बीना-दमोह व बीना-कटनी पैंसेजर पांच साल से बंद है। इन ट्रेन के बंद होने के कारण बीना, सागर, दमोह व गुना की ओर जाने वाले लोगों के लिए दिक्कत होती है।
जनप्रतिनिधियों को देना होगा ध्यान
ट्रेनों को चालू कराने के लिए जनता के साथ सबसे बड़ी जिम्मेदारी जनप्रतिनिधियों की होती है। क्योंकि वह सही प्लेटफॉर्म पर अपनी बात रखते हंै। बीना-दमोह पैसेंजर को जल्द चालू किया जाना जरुरी है।
पुनीत यादव, शहरवासी
हो रही है परेशानी
सागर से बीना अपडाउन करने वाले लोगों को दिक्कत हो रही है, समय से ट्रेनों का संचालन न होने से भी लोगों को परेशानी होती है, सुबह आठ के अलावा दोपहर 2.30 बजे चलने वाली ट्रेन को भी फिर से चालू किया जाए।
राकेश विश्वकर्मा, शहरवासी
उज्जैनी एक्सप्रेस को चलाया जाए बीना तक
उज्जैनी एक्सप्रेस को कोरोना के पहले तक बीना तक चलाया जाता था, लेकिन उसे डायवर्ट करके उज्जैन तक चलाया जा रहा है। इस ट्रेन से जंक्शन से सैकड़ों यात्री यात्रा करते थे, जिसे फिर से चालू किया जाना चाहिए।
अमन श्रीवास्तव, शहरवासी
हो रही है परेशानी
बीना से सागर के बीच सीमित ट्रेनें हैं और जो ट्रेनें चल भी रही हैं वह समय से नहीं चलती हैं। इसलिए अप डाउन करने वालों को दिक्कत होती है। बीना से सागर के बीच बीना-दमोह पैसेंजर को चलाया जाए, तो काफी हद तक राहत मिलेगी।
उत्तम कुर्मी, शहरवासी