शहर में नवंबर में सर्दी का 59 वर्ष का रिकार्ड टूटा है। अब आखिरी सप्ताह में भी मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया। सुबह से बादल छाए और सर्द हवाएं चली। नवंबर के आखिरी सप्ताह में शीतलहर चलने का अनुमान नहीं है, लेकिन तापमान में गिरावट हो सकती है।
शहर में नवंबर में सर्दी का 59 वर्ष का रिकार्ड टूटा है। अब आखिरी सप्ताह में भी मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया। सुबह से बादल छाए और सर्द हवाएं चली। नवंबर के आखिरी सप्ताह में शीतलहर चलने का अनुमान नहीं है, लेकिन तापमान में गिरावट हो सकती है। सुबह- शाम कोहरा और धुंध की स्थिति की ज्यादा रहेगी। धुंध छाने से एक्यूआई का स्तर भी बढ़ने की संभावना है। दरअसल इथियोपिया के हेली गुब्बी ज्वालामुखी में रविवार को विस्फोट हुआ है। इस विस्फोट के बाद गुजरात, राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर, महाराष्ट्र पंजाब और हरियाणा पर राख का प्रभाव पड़ा है। दिल्ली में इसका प्रभाव पड़ने से आने वाले दिनों में सागर में हल्का असर दिखाई देगा।
शहर में तीन से चार दिन मौसम का मिजाज इसी तरह बना रह सकता है। इसका कारण यह है कि बंगाल की तरफ से नमी आ रही है। अगले दो दिन बाद साइक्लोन के उड़ीसा और आंधप्रदेश की प्रवेश की संभावना है। दो दिनों बाद कहा जा सकता है साइक्लोन किस तरफ बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ के रास्ते से आगे बढ़ता है तो तापमान में गिरावट हो सकती है। नवंबर के आखिरी सप्ताह में तापमान में 1 से 2 डिग्री की ही गिरावट देखने को मिलेगी। न्यूनतम तापमान 13 से 14 डिग्री के आसपास रहेगा।
मंगलवार को सुबह धुंध और बादल की वजह से मौसम बदल गया। अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम 25.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 15.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 2 डिग्री की गिरावट हुई है।