गणेशोत्सव के पूर्व लाखा बंजारा झील किनारे चकराघाट पर सोमवार को आयोजित हुई गंगा आरती में पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।
गणेशोत्सव के पूर्व लाखा बंजारा झील किनारे चकराघाट पर सोमवार को आयोजित हुई गंगा आरती में पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इस मौके पर उपस्थित श्रद्धालुओं को मिट्टी की गणेश प्रतिमा स्थापित करने का आग्रह किया गया। श्रद्धालुओं को बताया गया कि मिट्टी की प्रतिमा जल में घुल कर पुन: पर्यावरण के घटकों में विभक्त हो जाती है। जबकि अन्य सामग्री से बनी प्रतिमाएं विसर्जन के बाद लम्बे समय तक विघटित नहीं होती और जल स्रोतों को नुकसान पहुंचाती हैं। हमें अपने आराध्य देव और पर्यावरण के प्रति समर्पण को समझना होगा और हमें जल स्रोतों, मिट्टी, वायु आदि पर्यावरण को संरक्षित बनाने के लिए केमिकल को छोडकऱ प्राकृतिक संसाधनों को अपनाना होगा। पर्यावरण को साफ-स्वच्छ बनाए रखने के लिए केमिकल को छोडकऱ प्राकृतिक संसाधनों की ओर लौटना होगा। आरती के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। ज्ञात हो कि पिछले एक साल से चकराघाट पर प्रत्येक सोमवार गंगा आरती का आयोजन किया जा रहा है।