MP News: सतना जिले से अजब मामला सामने आया। ग्राम पोड़ी गरादा निवासी वीरेन्द्र सिंह की मौत के बाद अनुग्रह सहायता राशि दोने को लेकर अधिकारी पसोपेश में पड़ गए हैं।
MP News: सतना जिले के जनपद पंचायत उचेहरा में अजब मामला सामने आया। ग्राम पोड़ी गरादा निवासी वीरेन्द्र सिंह की मौत के बाद अनुग्रह सहायता राशि दोने को लेकर अधिकारी पसोपेश में पड़ गए हैं। दरअसल वीरेन्द्र के जीवित रहते उनकी पत्नी उन्हें छोड़ कर चली गई थी। पति के विरुद्ध दहेज प्रताड़ना का केस भी लगाया और विवाह में मिले उपहार भी वापस ले लिए। लेकिन पति की मौत के बाद पत्नी ने संबल योजना के तहत मिलने वाले हितलाभ पर अपना दावा ठोक दिया है। साथ ही सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत कर दी कि यह राशि पति की मां को न दी जाए।
मामले(MP News) से परेशान अधिकारियों ने वरिष्ठ कार्यालय से मार्गदर्शन मांगा है। जानकारी अनुसार वीरेन्द्र की मौत अक्टूबर 2022 को हो गई थी। वीरेन्द्र संबल योजना में पंजीकृत था, लिहाजा मां रामबाई ने हितलाभ के लिए आवेदन दिया। वीरेन्द्र की समग्र परिवार आइडी में वीरेन्द्र और मां का नाम दर्ज है।
उचेहरा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के अनुसार रुचि वीरेन्द्र की पत्नी है। उनका विवाह अप्रैल 2021 में हुआ था। ग्रामीण पंचनामा के अनुसार रुचि पति वीरेन्द्र को जीवनकाल में ही छोड़ कर मायके चली गई थी। वीरेन्द्र ने रुचि के भाई एवं पिता द्वारा मारपीट किए जाने की सूचना जुलाई 2022 में थाने में दी थी। अक्टूबर 2022 में वीरेन्द्र की मृत्यु हो गई। रुचि ने विवाह में मिले उपहार व सामग्री फरवरी 2023 में वापस ले लिए थे, जिसका पंचनामा मौजूद है। वीरेन्द्र के विरुद्ध दहेज प्रताड़ना का प्रकरण चल रहा है। इन सबके बाद भी रुचि ने वीरेन्द्र के संबल हितलाभ के लिए फरवरी 2023 में दावा कर दिया है।
सीईओ ने दावे की जांच करवाई। जिसमें पाया कि रुचि का नाम ग्राम पंचायत के वोटर आइडी एवं वीरेन्द्र के परिवार आइडी में दर्ज नहीं है। समग्र आईडी में भी सिर्फ मां का नाम है। मां ने ही आवेदन किया है।