सतना

एमपी की इस रेलवे लाइन पर चोरों का आतंक, 15 दिन में 30 से अधिक मामले

theft cases: मध्य प्रदेश के इस रेलवे लाइन पर प्रतिदिन दिन यात्री चोरी का शिकार हो रहे हैं। महिला यात्री सबसे अधिक प्रभावित हैं। इस लाइन में बीते तीन महीने में 100 से ज्यादा चोरी की वारदातें हो चुकी हैं।

2 min read
Apr 18, 2025

theft cases: कटनी-मानिकपुर रेलखंड पर चोरों का आतंक एक बार फिर बढ़ता जा रहा है। हर दिन यात्री चोरी का शिकार हो रहे हैं, जिनमें महिला यात्री सबसे अधिक प्रभावित हैं। बीते तीन माह में 100 से ज्यादा चोरी की वारदातें हो चुकी हैं, जबकि बीते पंद्रह दिनों में ही 30 से अधिक मामले सामने आए हैं। चोरों ने जनरल से लेकर फर्स्ट एसी तक किसी कोच को नहीं छोड़ा। जीआरपी और आरपीएफ की निगरानी के दावे तब सवालों के घेरे में आ जाते हैं जब प्लेटफॉर्म और वेटिंग हॉल तक से यात्रियों के कीमती सामान चोरी हो जाते हैं।

सतना स्टेशन से प्रतिदिन 125 ट्रेनें गुजरती हैं। लगभग सवा लाख यात्री सफर करते हैं। स्टेशन पर भी प्रतिदिन करीब 15 हजार लोगों की आवाजाही रहती है। होली के बाद भी भीड़ कम नहीं हुई, जिससे चोरों को अवसर मिल रहे हैं। चोरों की नजर खासतौर पर मोबाइल, लैपटॉप और महिलाओं के पर्स पर रहती है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि चोरी करने वाले आधे से ज्यादा अपराधी पहले भी पकड़े जा चुके हैं, फिर भी बेखौफ घूम रहे हैं।

जीआरपी की दलील- मोबाइल चोरी के कारण आंकड़े बढ़े

ट्रेनों और रेलवे स्टेशन में बढ़ती चोरी की घटनाओं को लेकर जीआरपी ने सफाई दी है। जीआरपी प्रभारी राजेश राज ने बताया कि मोबाइल गुम होने और चोरी की रिपोर्टों के कारण अपराध के आंकड़ों में इजाफा दिखाई दे रहा है। उनके मुताबिक, हर महीने करीब 30 से 35 मामले दर्ज हो रहे हैं। इस साल अब तक हुई कुल चोरी की घटनाओं में से 90 प्रतिशत मामलों का खुलासा किया जा चुका है। बीते तीन माह में 30 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी गया सामान भी बरामद किया गया है। हालांकि, कुछ मामलों का खुलासा अभी नहीं हो पाया है, जिन लिए टीम लगातार प्रयासरत है।

रेलवे स्टेशन क्षेत्र में चोरी और लूट की सबसे ज्यादा घटनाएं जबलपुर एंड पर नजीराबाद और प्रयागराज एंड पर मुख्त्यारगंज से बगहा के बीच होती हैं। आउटर पर 24 घंटे पेट्रोलिंग नहीं होने से चोर-लुटेरे आसानी से ट्रेनों में चढ़ जाते हैं और वारदात कर उत्तर जाते हैं। स्टेशन के पहले ट्रेन की रफ्तार धीमी होने का फायदा उठाते हैं। अक्सर यात्री स्टेशन आने से पहले ही बैंग गेट पर रख देते हैं, जिसे लुटेरे झपटकर फरार हो जाते हैं। बीते माह दो लूट की घटनाएं हुई, जिनके आरोपी बाद में पकड़े गए। सुरक्षा इंतजामों की कमी सवालों में है।

Published on:
18 Apr 2025 08:10 am
Also Read
View All

अगली खबर