फिल्म लापता लेडीज का नाम फॉरेन फिल्म कैटेगरी के लिए ऑस्कर की दौड़ में होगी शामिल, फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया सिलेक्शन कमेटी ने की घोषणा, खबर फैलते ही मध्य प्रदेश में लोग खुशी मनाते नजर आए…क्यों कि इनके ही घर में हुआ था फिल्म का 80 फीसद से ज्यादा हिस्से शूट
Film Laapataa ladies Filmed in MP: फिल्म लापता लेडीज (Laapataa Ladies) को ऑस्कर 2025 (Oscar 2025) के लिए चुना गया है, जैसे ही ये खबर मध्य प्रदेश के सीहोर पहुंची, तो यहां लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। लोग इतने उत्साहित नजर आए कि जैसे ऑस्कर उन्हें ही मिलने वाला हो…
दरअसल फिल्म लापता लेडीज के ज्यादातर हिस्से को सीहोर के बमूलिया गांव और जिले के आसपास के इलाकों में ही शूट किया गया है। ऐसे में कई स्थानीय कलाकारों को इस फिल्म में अभिनय का मौका मिला। और ऑस्कर की खबर सुनकर वे खुशी से झूम गए। इनके साथ ही गांव के लोग फिल्म के सीन के साथ ही वैनिटी वैन की चर्चा करते नजर आए।
बता दें कि फिल्म लापता लेडीज की 97वें आस्कर अवार्ड-2025 की फॉरेन फिल्म कैटेगरी (Foreign Film Category) में भारत की ओर से ऑफिशियल एंट्री होगी।
फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन जानु बरुआ ने सोमवार को इसकी घोषणा की। सिलेक्शन कमेटी की 13 मेंबर वाली ज्यूरी ने लापता लेडीज को ऑस्कर 2025 के लिए चुना है।
फिल्म का नाम ऑस्कर के लिए घोषित होते ही सीहोर जिले के लोग उत्साह में नजर आए। दरअसल फिल्म का 80 फीसद से ज्यादा हिस्सा सीहोर और उसके आसपास के गांवों में शूट हुआ है। इस फिल्म में कुछ स्थानीय कलाकारों को भी अभिनय का मौका मिला है। यही कारण है कि Oscar 2025 के लिए नाम की घोषणा ने स्थानीय कलाकारों और रहवासियों को जश्न मनाने का मौका दे दिया।
आपको बता दें कि लापता लेडीज की सबसे ज्यादा शूटिंग सीहोर के बमूलिया गांव में की गई। वहीं फिल्म के प्रमोशन के लिए भी सबसे पहले निर्देशक किरण राव इस गांव में आई थीं। शूटिंग के समय किरण राव और बाकी कास्ट के वीडियो और फोटो इंटरनेट मीडिया पर काफी वायरल हुए थे। यहां किरण राव और बाकी कास्ट लोगों से मिलते-जुलते भी नजर आए थे।
इस दौरान किरण राव ने फिल्म के प्रमोशन के लिए ग्रामीणों को भोपाल आने का आमंत्रण भी दिया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि उन्हें गांव के लोगों से प्यार हो गया है। यहां के लोग बहुत अच्छे हैं।
इस फिल्म का प्रीमियर भोपाल में हुआ था, जिसमें अभिनेता आमिर खान, किरण राव समेत फिल्म के कास्ट शामिल हुए थे। प्रीमियर के बाद किरण राव ने शूटिंग से जुड़े अपने अनुभव भी शेयर किए थे।
लापता लेडीज फिल्म को लेकर मशहूर साहित्यकार पंकज सुबीर लिखते हैं कि फिल्म मध्य प्रदेश टूरिज्म के सहयोग से बनाई गई है। अपना इलाका जिस फिल्म में दिखता हो, उस फिल्म को देखना किसे अच्छा नहीं लगता।
अब सीहोर और इसके आसपास का इलाका शूटिंग हब बनता जा रहा है। इसका बड़ा कारण है कि सीहोर सड़क मार्ग से, (मुंबई से भोपाल की वाल्वो बसें सीहोर से ही होकर जाती हैं।) रेल मार्ग से (सीहोर रेलवे स्टेशन पर मुंबई से ट्रेनें आती हैं।) हवाई मार्ग से भी (भोपाल का हवाई अड्डा भोपाल से ज्यादा सीहोर के पास है।) से मुंबई से जुड़ा हुआ है।
बता दें कि ऑस्कर की दौड़ में लिस्टेड होने वाली फिल्म लापता लेडीज ही नहीं बल्कि यहां अक्सर फिल्मों की शूटिंग होती है। स्थिति ये है कि अब ग्रामीण भी यहां शूटिंग के आदी हो गए हैं। दरअसल सीहोर में रहना और खाना-पीना भी सस्ता है। यही कारण है कि यहां हमेशा किसी न किसी फिल्म की शूटिंग चलती ही रहती है।