त्रिका रक्षा कवच अभियान के तहत पीजी कॉलेज में हुआ आयोजन
सिवनी. अनचाही फोन कॉल और शेयर बाजार में इन्वेस्ट कर मोटा मुनाफा का लालच लोगों को ठगी का शिकार बना रही है। इसके अलावा भी कई ऐसे पैतरे है जिससे साइबर फ्रॉड हम लोगों के खाते से चंद मिनटों में लाखों रुपए उड़ा ले रहे हैं। यह बातें शनिवार को पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में प्रो. सत्येन्द्र शेंडे ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कही। पत्रिका द्वारा ‘रक्षा कवच’ अभियान के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान विद्यार्थियों ने अपने अनुभव भी सांझा किए। वहीं पत्रिका द्वारा आयोजित अभियान की सराहना की। प्राध्यापक का कहना था कि साइबर ठग कॉल करने के साथ इंटरनेट पर दोस्ती करके लोगों को निवेश की लालच में फंसा रहे हैं। पहले छोटी निवेश कराकर निवेशक को कुछ लाभ दिला देते हैं। लेकिन जब बड़ी रकम निवेश कराते हैं तो उसे गटक जाते हैं। इसके बाद मोबाइल नंबर भी उनके बंद हो जाते हैं। वहीं अभी तक केवाईसी वेरिफिकेशन समेत अन्य प्रकार से मैसेज भेजकर ठग रिमोट ऐप इंस्टॉल करवाने के बाद अकाउंट को खाली करते थे। जिसमें पीडि़त ऐप को इंस्टॉल करता था, लेकिन अब एक लिंक पर क्लिक करने के बाद लोगों के अकाउंट खाली हो रहे हैं। अक्सर इन मामलों को शक होता था कि लोगों ने कुछ न कुछ डिटेल दी होगी, लेकिन हाल में सामने आए मामले में पीडि़त के सिर्फ एक लिंक पर क्लिक के बाद उसका अकाउंट खाली हुआ है।
एप डाउनलोड करा कर लाखों रुपए उड़ाए
विद्यार्थी राजेश ने अपना अनुभव सांझा करते हुए बताया कि अनजान नंबर से उनको फोन आया था। फोन करने वाले ने अपना नाम बताया और उसने कहा कि मैं शेयर का बाजार का विशेषज्ञ हूं। इसके बाद वह ठग के भरोसे में आकर उसके द्वारा बताए गए एप को भी डाउनलोड किया। ठग ने उसे भरोसा दिलाया कि शेयर बाजार का जानकार बना दूंगा। जिससे तुम आत्मनिर्भर और कमाई करने लगोगे। उसके द्वारा बताए एप के जरिए उसने शेयर बाजार में निवेश किया। कुछ लाभ भी कमाया। इसके बाद काफी पैसे उधार लेकर निवेश कर दिए। कुछ दिन बाद जब पैसे निकालने के लिए संपर्क किया तो सामने वाले का नंबर बंद आने लगा और मेरे रुपए भी खाते से गायब हो गए।
सोशल मीडिया पर दोस्ती कर हजारों रुपए ठगे
एक शिक्षक ने नाम न बताने की शर्त पर अपने अनुभव सांझा किए। कहा कि सोशल मीडिया पर एक महिला का दोस्ती का मैसेज आया था। जिसमें उसने खुद को मुंबई निवासी बताया था। इसके बाद धीरे-धीरे दोनों में बातें होने लगी। महिला ने कहा कि वह एक लेडीज सैलून की मालकिन है। इसके साथ वह और भी ऐसा काम करती है जिससे काफी पैसे मिल सकते हैं। इसके लिए कुछ पैसे लगाने पड़ते हैं। महिला ने भरोसा दिलाया कि यह एक अच्छा काम है। शिक्षक ने महिला की बातों पर यकीन किया और काफी पैसे दे दिए। कुछ दिन बाद महिला से संपर्क टूट गया और शिक्षक के काफी पैसे डूब गए।
ठगी होने पर तुरंत 1930 पर करें कॉल
साइबर फ्रॉड के मामले में सबसे जरूरी बात यह है कि अनजाने मैसेज और फोन का भरोसा न करें। अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी से भी साझा न करें। बैंक खाता, पिन, पासवर्ड या कुछ भी शेयर नहीं करें। ऑनलाइन निवेश या फिर कोई फोन नंबर पाने के लिए वेबसाइट की जांच जरूर करें। किसी भी एप्लीकेशन पर निवेश करने से पहले उसकी वैधता सुरक्षा की जांच हमेशा जरूरी है। इसके बावजूद भी अगर आप ठगी के शिकार होते हैं तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराएं।