सिवनी

कोर एरिया बंद रहने के बाद भी बफर में नहीं बढ़े पर्यटक

- पेंच टाइगर रिजर्व में मानसूनी बारिश का असर

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Aug 08, 2024
पेंच के बफर में घूमती जुगनी बाघिन।

सुनील बंदेवार सिवनी. पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी में मानसूनी बारिश में हरियाली के बीच वन्यप्राणियों, शावकों की चहल-कदमी हो रही है। लेकिन पर्यटकों की कम तादाद पेंच पार्क प्रबंधन, के साथ ही यहां के रिसोर्ट संचालकों, गाइड-जिप्सी चालकों को मायूस कर रही है। पेंच पार्क के कोर एरिया के गेट एक जुलाई से वर्षाकाल के लिए बंद हो गए हैं। जबकि बफर एरिया के पांच गेट रूखड़, मासुरनाला, कुंभपानी, तेलिया, खवासा गेट पर्यटकों के लिए खुले हुए हैं। लेकिन यहां मानसून के कारण पर्यटन पर प्रभाव पड़ा है।

गाइड


दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करने वाले पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी इन दिनों पर्यटकों की कमी से जूझ रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण है मानसून। पेंच प्रबंधन का कहना है कि मानसूनी बारिश के कारण पेंच में आने वाले पर्यटकों की संख्या कम रही, इससे राजस्व में भी खासी कमी आई है।
यहां के बफर एरिया में बीते जुलाई महीने में सिर्फ 18 विदेशी पर्यटक ही पहुंचे हैं। जिन्होंने मात्र 8 वाहनों से जंगल सफारी की है। इसी तरह से देश के अलग-अलग राज्यों के सिर्फ 560 वाहनों से 2343 पर्यटक पेंच के बफर में जंगल सफारी का आनंद लेने आ पाए हैं।
हर दिन नहीं मिलते पर्यटक
पेंच बफर एरिया के तेलिया गेट से पर्यटकों को जंगल सफारी कराने और पेंच की विशेषता बताने वाले गाइड अरविंद भलावी इन दिनों काम की कमी का सामना कर रहे हैं। कहा कि मानसून में काफी कम पर्यटक यहां आ रहे हैं। पांच गेट में से खवासा, तेलिया में तो कुछ पर्यटकों से चहल-पहल है। कुंभपानी गेट में तो सबसे कम पर्यटक पहुंच रहे हैं। ऐसे में हम लोग अपने खेती-किसानी या दूसरे काम करके रोजगार पा रहे हैं।

बफर में चहल-कदमी करते बाघिन शावक


नजर आए जुगनी बाघिन और चार शावक

पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी के बफर एरिया में जुगनी बाघिन चार शावकों के साथ घूमती नजर आ रही है। मंगलवार को सुबह की जंगल सफारी पर खवासा बफर के तेलिया गेट से प्रवेश करने वाले सैलानी अमेरिका के कोलंबिया से आईं ऐमी डिआने विकर्स और इनके साथ आए जचार्ज टी. विकर्स को बाघिन और चहल-कदमी करते चार शावक दिखाई दिए। जिसकी फोटो और वीडियो उन्होंने कैमरे में लिए हैं। सैलानियों को गाइड अरविंद भलावी ने बताया कि ये जुगनी बाघिन है। जिसके चार शावक 17-18 महीने के हैं। बाघिन अपने शावकों को बड़ा होने तक साथ रखती है। जब ये कुछ और बड़े होंगे, तब अपनी-अपनी टेरेटरी बनाएंगे। पेंच में बाघों के अनुकूल वातावरण और पर्याप्त शिकार मिलता है। गौरतलब है कि वर्षाकाल में पेंच के कोर एरिया के गेट बंद हैं, इससे सैलानी बफर एरिया में ही जंगल सफारी कर पा रहे हैं।

इनका कहना है -
मानसून में बफर एरिया की सुंदरता बढ़ गई है। जुगनी बाघिन चार शावकों के साथ और कई वन्यप्राणी देखने को मिल रहे हैं। हर साल पेंच के कोर एरिया के गेट बंद होने के बाद बफर एरिया में पर्यटन बढ़ जाता है। लेकिन मानसूनी बारिश के कारण जुलाई महीने की शुरुआत से अब तक काफी कम देशी-विदेशी पर्यटक बफर के सभी गेट से प्रवेश किए हैं। इससे पेंच को प्राप्त राजस्व में भी कमी आई है।
आशीष पांडे, अधीक्षक, पेंच मोगली अभ्यारण्य सिवनी

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