9वीं से 12वीं तक 175 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं।
सिवनी. जिले के आदिवासी विकासखंड छपारा में शिक्षा व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है। कभी स्कूल भवन की छतों से टपकती बारिश की बूंदें छात्रों को परेशान करती हैं तो कभी शिक्षकों की कमी रोड़ा बन रही है। ऐसे में छात्रों का भविष्य अधर में है। छपारा विकासखंड के लखवाह गांव के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक के अभाव में विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं। दरअसल यहां काफी समय से नए स्कूल भवन की मांग की जा रही थी। शासन ने 543.88 लाख रुपए(लगभग साढ़े पांच करोड़) की लागत से भवन का निर्माण कराया। बीते 17 जून को सांसद भारती पारधी, सिवनी विधायक दिनेश राय की उपस्थिति में स्कूल भवन का विधिवत उद्घाटन किया गया। मंच से अतिथियों ने विद्यार्थियों को सुनहरे भविष्य के सपने दिखाए और किसी भी परेशानी न होने देने का आश्वासन भी दिया। विद्यार्थियों को स्कूल भवन तो मिल गया, लेकिन मूल समस्या अब भी बरकरार है। इस स्कूल में कक्षा 11वीं एवं 12वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए महज एक संस्कृत विषय का शिक्षक पदस्थ है। जबकि हिन्दी, अंग्रेजी, भूगोल, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, कम्प्यूटर विषय के लिए एक भी शिक्षक नहीं है। वहीं 9वीं एवं 10वीं में संस्कृत, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान सहायक विषय के शक्षक पदस्थ हैं। जबकि हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान विषय पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं है। वर्तमान में स्कूल में 9वीं से 12वीं तक 175 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। विद्यार्थियों के पालकों का कहना है कि शिक्षकों के अभाव में अध्ययन नहीं हो पा रहा है। विद्यार्थी खानापूर्ति के लिए स्कूल जाते हैं और शिक्षकों के अभाव में दोपहर में ही उन्हें घर वापस लौटना पड़ता है। ऐसे में हमारे नौनिहालों का भविष्य खतरे में है।
सरपंच ने कलेक्टर से की थी शिकायत
गांव के सरपंच सुखभान शाह मरकाम ने विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए कलेक्टर संस्कृति जैन से भी शिक्षक की कमी की शिकायत की है। वहीं विधायक को पत्र लिखकर शिक्षकों की पदस्थापना करने की मांग की थी। हालांकि अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
इनका कहना है…
शिक्षकों की पदस्थापना के लिए मैंने पत्र लिखा है। उम्मीद है कि जल्द ही शिक्षक पदस्थ किए जाएंगे।
चैन कुमारी ग्यारसिया, प्रभारी प्राचार्य, उमावि, लकवाह