बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में घास प्रबंधन एवं वैज्ञानिक मॉनीटरिंग पर प्रशिक्षण का आयोजन
शहडोल. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में घटता ग्रासलैण्ड चिंता विषय बना हुआ है। इसे लेकर पार्क प्रबंधन ने इसमें बढ़ोत्तरी के प्रयास शुरु कर दिए हैं। इसी तारतम्य में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के बायोडायवर्सिटी प्रशिक्षण केंद्र ताला में घास प्रबंधन एवं वैज्ञानिक मॉनिटरिंग पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उप संचालक पीके वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित उद्घाटन सत्र में घास प्रबंधन, वैज्ञानिक सर्वे एवं गुणवत्तापूर्ण बीज संग्रहण के साथ साथ पर्यटन प्रबंधन, वन्यजीव संरक्षण, सुरक्षा व्यवस्था तथा मानव वन्यजीव संघर्ष प्रबंधन पर चर्चा की गई।
तकनीकी सत्र में फील्ड बायोलॉजिस्ट ने ग्रास प्लॉट सैंपलिंग तकनीक, बीज संग्रहण विधियां एवं सटीक सैंपलिंग प्रक्रिया पर प्रस्तुति दी। घास संरचना सर्वे, लैंटाना उन्मूलन के बाद ग्रास पुनस्र्थापन एवं आवश्यकता होने पर अतिरिक्त सैंपल प्लॉट जोडऩे पर भी मार्गदर्शन दिया गया। सत्र के दौरान हाथी मॉनिटरिंग, गज रक्षक ऐप प्रविष्टियों की गुणवत्ता, गश्ती कार्यों की मजबूती और मानव हाथी संघर्ष के प्रभावी समाधान जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई, ताकि फील्ड स्तर पर मॉनिटरिंग और संरक्षण कार्यों को और अधिक मजबूत किया जा सके। सभी स्टाफ को गजरक्षक ऐप में प्रविष्टियां समय पर, सही एवं सावधानीपूर्वक दर्ज करने के निर्देश दिए गए, जिससे हाथियों की रीयल टाइम मॉनिटरिंग प्रभावी हो सके।