खाटूश्यामजी के फाल्गुनी लक्खी मेले में रविवार को तीसरे दिन श्रद्धालुओं की बहार अचानक बढ़ गई। छुट्टी के दिन श्याम भक्त दूर दराज से अपने अराध्य के दर्शनों के लिए पहुंचे।
सीकर. खाटूश्यामजी के फाल्गुनी लक्खी मेले में रविवार को तीसरे दिन श्रद्धालुओं की बहार अचानक बढ़ गई। छुट्टी के दिन श्याम भक्त दूर दराज से अपने अराध्य के दर्शनों के लिए पहुंचे। मंदिर से लेकर रींगस तक इस दौरान जहां- तहां श्रद्धालुओं की कतारें लगी रही, जो नाचते- गाते, पैदल व पेट पलायन करते हुए मंदिर पहुंचते रहे। प्रदेश के अलावा इस दौरान कोलकाता, मुम्बई, दिल्ली, जयपुर, बेंगलौर, अहमदाबाद, आसाम, बिहार, पंजाब, हरियाणा सहित देश के विभिन्न हिस्सों से श्याम भक्त मेले में पहुंचे। समाचार लिखे जाने तक रविवार को करीब डेढ लाख श्रद्धालुओं ने श्याम बाबा के दर्शन किए। रात तक ये आंकड़ा दो लाख पार होने की संभावना है।
श्याम बाबा के लक्खी मेले के तीसरे दिन रविवार को बाबा श्याम का गुलाब के विशेष फूलों से श्रृंगार किया गया। श्रृंगार में लाल, पीले, सफेद व गुलाबी फूलों का उपयोग किया गया। बाबा श्याम के के साथ मंदिर की छवि दर्शनीय थी।
खाटू मेले में तीसरे दिन ही वीआइपी दर्शन बंद होने के दावों की पोल खुलते भी दिखी। यहां पुलिसकर्मी आइआरएस अधिकारी व उनके परिजनों को वीआइपी दर्शन करवाते दिखे। आरोप है कि अपने परिजनों को भी पुलिसकर्मियों ने सेवक परिवार के आवास की तरफ से वीआइपी दर्शन करवाए। हालांकि मामले में एसपी भुवन भूषण यादव ने व्यवस्था में जल्द सुधार का आश्वासन दिया। श्रद्धालुओं ने कतारों में पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने का आरोप भी लगाया।
मेले में स्थानीय नौकरी पेशा लोगों की परेशानी भी बढ़ गई है। रास्तों के डायवर्जन व बेरिकेडिंग के चलते सुरक्षा कर्मी जगह— जगह उन्हें रोक रहे हैं। ऐसे में उनका घर से काम पर आना-जाना भी मुश्किल हो गया है। व्यापारियों का कहना है कि मेला कमेटी की बैठक में लोकल आइडी दिखाने पर स्थानीय लोगों का आवागमन सुचारू रखने का वादा किया गया था, लेकिन उसकी पालना नहीं हो पा रही।