राजस्थान में अंग्रेजी माध्यम के महात्मा गांधी राजकीय स्कूलों पर अभिभावक असमंजस में हैं। अभिभावक शिक्षकों से सवाल कर रहे हैं कि बच्चों का प्रवेश स्कूल में करवाएं या नहीं? शिक्षक भी अभी चुप हैं।
राजस्थान के महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम के सरकारी स्कूल इस वक्त अनिर्णय की स्थिति में हैं। नागौर में महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में प्रवेश को लेकर अभिभावक असमंजस में हैं। एक ओर शिक्षा विभाग की ओर से इन स्कूलों में प्रवेश के लिए आवेदन लिए गए हैं, वहीं दूसरी तरफ विभाग अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को वापस हिन्दी माध्यम में संचालित करने के लिए सर्वे करवा रहा है। गौरतलब है कि प्रदेश में करीब 3700 अंग्रेजी माध्यम स्कूल संचालित हैं। इनमें नागौर जिले में 70 व डीडवाना कुचामन जिले में 112 स्कूल हैं। इनमें नए सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया के तहत 12 मई तक ऑनलाइन आवेदन मांगे गए। इन स्कूलों को हिन्दी माध्यम में परिवर्तित करने को लेकर सर्वे की जानकारी सामने आई, तो अभिभावकों में संशय पैदा हो गया। कुछ अभिभावक स्कूल में पहुंचकर शिक्षकों से सवाल भी कर रहे हैं। ऐसा नहीं हो कि उनके बच्चे अधरझूल में रह जाएं।
शिक्षा विभाग, एडीईओ नागौर अर्जुनराम जाजड़ा ने कहा अंग्रेजी माध्यम स्कूलों का सर्वे करवाया जा रहा है, लेकिन बंद करने या नहीं करने का निर्णय विद्यालय की विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति (एसडीएमसी) के प्रस्ताव पर ही लिया जाएगा।
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