सूरतगढ़. इस बार सरकारी खरीद के लिए निर्धारित मापदण्डों पर मूंगफली की गुणवत्ता खरे नहीं उतर रही। इस वजह से किसान सूरतगढ़ खरीद केन्द्र की बजाए बीकानेर की मंडियों में ले जाकर मूंगफली निजी व्यापारियों को बेच रहे हैं। यहां सबसे खास बात यह है कि सरकारी मापदण्डों में मूंगफली में 70 प्रतिशत गोटा होना अनिवार्य है,जबकि खरीद केन्द्र में सैम्पल के लिए आ रही मूंगफली में55 से 60 प्रतिशत गोटा होना पाया जा रहा है।
सूरतगढ़. इस बार सरकारी खरीद के लिए निर्धारित मापदण्डों पर मूंगफली की गुणवत्ता खरे नहीं उतर रही। इस वजह से किसान सूरतगढ़ खरीद केन्द्र की बजाए बीकानेर की मंडियों में ले जाकर मूंगफली निजी व्यापारियों को बेच रहे हैं। यहां सबसे खास बात यह है कि सरकारी मापदण्डों में मूंगफली में 70 प्रतिशत गोटा होना अनिवार्य है,जबकि खरीद केन्द्र में सैम्पल के लिए आ रही मूंगफली में55 से 60 प्रतिशत गोटा होना पाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार मंगलवार को क्रय विक्रय सहकारी समिति के खरीद केन्द्र पर मूंगफली की सरकारी खरीद कार्य शुरू हुआ। इसके तहत प्रथम दिन पांच किसानों को टोकन भी जारी हुए। लेकिन सरकारी खरीद के लिए निर्धारित मापदण्डों पर मूंगफली मापदण्डों पर खरा नहीं उतर रही। खरीद कार्य के लिए मूंगफली की गुणवत्ता के लिए मूंगफली में 70 प्रतिशत गोटा निर्धारित हो रखा है। जबकि क्षेत्र में मूंगफली में 55 से 60 प्रतिशत गोटा पाया जा रहा है। इस वजह से मूंगफली खरीद केन्द्र पर नहीं आ रही। मूंगफली के लिए समर्थन मूल्य 6783 रुपए निर्धारित है, जबकि मूंगफली की गुणवत्ता कम होने की वजह से किसान बीकानेर की मंडियों में मूंगफली बेच रहे हैं। टिब्बा क्षेत्र में मूंगफली का उत्पादन हुआ है। लेकिन गोटा कम होने की वजह से किसान मूंगफली के बेचान के लिए बीकानेर की तरफ रूख कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि मूंगफली की सरकारी खरीद पर निर्धारित मापदण्ड अधिक है। इस वजह से मूंगफली सरकारी खरीद की बजाए निजी व्यापारियों को मजबूरन बेचना पड़ रहा है।
क्षेत्र के किसान सरकारी खरीद की बजाए बीकानेर की मंडियों में मूंगफली कम दाम पर बेच रहे हैं। बीकानेर में कम गोटे वाली मूंगफली के भाव 4500 से 5000 रुपए तक बिक रही है। सूरतगढ़ क्षेत्र में टिब्बा क्षेत्र में मूंगफली का उत्पादन होता है। वर्तमान में ट्यूबवैल के पानी से मूंगफली की फसल तैयार हुई है। किसानों का कहना है कि गोटा कम होने की वजह से मूंगफली के भाव भी कम मिल रहे हैं। सरकारी नियमों पर खरा नहीं उतरने पर सूरतगढ़ की बजाए बीकानेर जिले में मूंगफली का बेचान करना पड़ रहा है।
क्रय विक्रय सहकारी समिति की ओर से मूंग की सरकारी खरीद कार्य जारी है। अबतक 4281 बैग मूंग की सरकारी खरीद हुई है,जबकि 3173 बैग मूंग का उठाव हो चुका है। वही, खरीद केन्द्र पर 965 बैग पड़े हैं। मूंगफली के लिए अबतक बीस किसानों को टोकन जारी हो चुके हैं। वही,मूंगफली के लिए 691 व मूंग के लिए 327 किसानों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है। खरीद केन्द्र पर सोमवार को कलकता से मूंगफली के लिए 26500 बैग आए थे। इसमें से 2 हजार बैग श्रीबिजयनगर, 4 हजार बैग संगरिया, 2500 बैग हनुमानगढ़,1 हजार बैग टिब्बी भेजे जा चुके हैं। वर्तमान में खरीद केन्द्र पर मूंगफली के लिए 20657 बैग पड़े हैं। वही, खरीदशुदा मूंग से भरे बैग रखने के लिए राजफैड ने तीसरी बार वेयरहाउस बदला है। शुरुआत में 14 से 28 नवम्बर तक सूरतगढ़ के रीको स्थित वेयर हाउस में 773 बैग रखवाए गए थे। जबकि 29 नवम्बर से हनुमानगढ़ सीडब्ल्यूसी द्वितीय में 2400 बैग रखे गए थे। अब राजफैड ने भगवानसर सीडब्ल्यूसी वेयर हाउस आवंटित हुआ है।