चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा में हुई तेज बारिश के चलते जयपुर की लाइफलाइन बीसलपुर बांध भी मानसून विदा होने के बाद फिर से छलक उठा है। बीते मंगलवार को त्रिवेणी में पानी का बहाव तेज होने पर बीसलपुर बांध के एक गेट को आधा मीटर तक खोला गया वहीं देर रात से गेट को दो मीटर तक खोलना पड़ा है।
Bisalpur Dam: राजस्थान में इस बार मानसून का सीजन शानदार रहा और अब मानसून विदा होने के बाद भी बारिश का दौर अक्टूबर में भी सक्रिय है। बारिश के चल रहे दौर ने प्रदेश के कई बांधों और तालाबों को फिर से लबालब भर दिया है। चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा में हुई तेज बारिश के चलते जयपुर की लाइफलाइन बीसलपुर बांध भी मानसून विदा होने के बाद फिर से छलक उठा है। बीते मंगलवार को त्रिवेणी में पानी का बहाव तेज होने पर बीसलपुर बांध के एक गेट को आधा मीटर तक खोला गया वहीं देर रात से गेट को दो मीटर तक खोला गया है।
बीते मंगलवार को बीसलपुर डेम में पानी का दबाव बढ़ने पर जल संसाधन विभाग ने डेम के गेट खोलने से पूर्व हूटर बजाए। सामान्यतया मानसून सीजन में ही ओवरफ्लो होने पर डेम के गेट खोले जाते हैं तभी हूटर की आवाज लोगों को सुनाई देती है। लेकिन इस बार ऑफ सीजन में डेम पर हूटर की आवाज सुनकर लोग चकित हो गए। हूटर बजाकर लोगों को डेम के कैचमेंट एरिया से दूर रहने के लिए अलर्ट किया गया। उसके बाद डेम का एक गेट खोलकर पानी की निकासी शुरू की गई।
भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिले में बीते 48 घंटे में हुई मूसलाधार बारिश से त्रिवेणी में पानी का बहाव 3.80 मीटर तक जा पहुंचा। इसके चलते जयपुर की लाइफलाइन बीसलपुर डेम में पानी के दबाव को कम करने की गरज से डेम के गेट संख्या 10 को दो मीटर मीटर तक खोलकर 12020 क्यूसेक प्रति सेकंड पानी की निकासी की जा रही है। मानसून की विदाई होने के बाद बीते 21 अक्टूबर को डेम के सभी गेट बंद कर दिए गए थे। बीसलपुर डेम का मंगलवार को जलस्तर 315.50 आरएल मीटर पर स्थिर है।
बीसलपुर डेम ने अपने निर्माण के बाद पहली बार 91 दिनों तक छलकने का रिकॉर्ड बनाया है। वहीं 129 टीएमसी पानी डेम से इस बार छोड़ा गया है। इससे पूर्व बीसलपुर डेम के गेट वर्ष 2014 में 47 दिन, 2016 में 46, 2022 में 40 दिन, वर्ष 2019 में डेम 64 दिनों तक छलका। वहीं इस बार बीसलपुर डेम से सर्वाधिक दिनों तक पानी की निकासी का नया रिकॉर्ड अब तक बन चुका है।
जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 में भी मानसून के बाद डेम के एक बार सभी गेट बंद हुए लेकिन मानसून बीतने के बाद फिर शुरू हुई बारिश से बीसलपुर डेम का एक गेट फिर से खोला गया। वर्ष2019 में ही डेम के 18 में से 17 गेट एक साथ खोले जाने का रिकॉर्ड भी अब तक बरकरार है।