राजस्थान पत्रिका ने 20 मई के अंक में ऐसे तो सुधर चुकी स्वच्छता की रैकिंग शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशन के बाद यूडीए अधिकारियों ने ठेकेदार के बिलों में पेनल्टी लगाई तथा आदेश कर अरिहंत वाटिका से लेकर ज्योति नगर, मीरा नगर, चित्रकूटनगर, नवरत्न कॉम्पलेक्स, भुवाणा व उसके आसपास के क्षेत्र मेंं सडक़ों पर पसरे कचरे को उठवाया।
उदयपुर. स्वच्छता रैंकिंग गिरने के बाद सुधारने का दावा करने वाले नगर निगम व यूडीए के क्षेत्र में सडक़ों व वार्डों में पसरे कूडा करकट की खबरें प्रकाशन के बाद दूसरे ही दिन दोनों ही एजेन्सियां एक्शन मोड में आई। यूडीए ने ठेकेदार के मार्फत सडक़ों से कचरा उठवाया तो निगम ने मौका निरीक्षण किया। राजस्थान पत्रिका ने 20 मई के अंक में ऐसे तो सुधर चुकी स्वच्छता की रैकिंग शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशन के बाद यूडीए अधिकारियों ने ठेकेदार के बिलों में पेनल्टी लगाई तथा आदेश कर अरिहंत वाटिका से लेकर ज्योति नगर, मीरा नगर, चित्रकूटनगर, नवरत्न कॉम्पलेक्स, भुवाणा व उसके आसपास के क्षेत्र मेंं सडक़ों पर पसरे कचरे को उठवाया। यूडीए अधिकारियों का कहना है कि पंचायत क्षेत्र में सफाई की जिम्मेदारी पंचायत की है लेकिन शोभागपुरा व भुवाणा क्षेत्र में यह सफाई नहीं हो पा रही। यहां पर पॉऊश इलाके व अन्य क्षेत्र शामिल है, पंचायत कुछ जगह से कचरा तो उठवा रही है लेकिन उन्हें डंपिग यार्ड तक नहीं पहुंचा रही। पंचायत के अधीन ठेकेदार इस कचरे को यूडीए की खाली पड़ी सडक़ों पर खाली कर रहे हैं। वहां पर बाद में उस क्षेत्र में बने होटल रेस्टारेंट वाले भी चोरी छिपे कचरा फेंक रहे हैं। शीघ्र ही सफाई की समस्त व्यवस्था एक एजेन्सी को देने पर मंथन चल रहा है, वह एजेन्सी निगम, यूडीए व पंचायत एरिये में सफाई के साथ ही पूरी मॉनिटरिंग करेगी। इधर, नगर निगम ने भी खबर प्रकाशन के बाद वार्ड 7,8 व 9 क्षेत्र में निरीक्षण कर कचरा उठवाने के लिए ठेकेदार को पाबंद किया है।