Ashok Gehlot Fired BJP : मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर उदयपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा, पूरे देश ने इन 11 साल को देखा है। देश में इतना तनाव है।
Ashok Gehlot Fired BJP : राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत आज गुरुवार 12 जून को 3 दिनी उदयपुर संभाग के दौरे पर उदयपुर डबोक एयरपोर्ट पर पहुंचे तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका जमकर स्वागत किया। इस अवसर पर पत्रकारों ने अशोक गहलोत पर कई सवाल पूछे। अशोक गहलोत ने कहा पूरा देश देख रहा है। ऐसा तनाव मुल्क के अंदर आजादी के बाद पहली बार देखने को मिला। पूरा ध्रुवीकरण। यह देश के हित में नहीं है, समाज के हित में नहीं है, यह मेरा मानना है। लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए सभी धर्म, सभी जाति, सभी वर्ग साथ चलें तभी लोकतंत्र मजबूत हो रहा है।
कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा चुनाव जीतना एक बात है मगर लोकतंत्र बचाना दूसरी बात है। धीरे-धीरे लोकतंत्र की हत्या हो रही है और संविधान खतरे में है। अशोक गहलोत ने कहा राहुल गांधी बार-बार बोल रहे हैं संविधान बचाओ, तो आप समझ सकते हैं कि उसके पीछे क्या मंशा है। जिस प्रकार हर क्षेत्र में ज्यूडिशियरी में सुनवाई नहीं हो रही है। चुनाव आयोग सुनवाई नहीं कर रहा है।
अशोक गहलोत ने कहा कि क्या आपने सीवीसी (केंद्रीय सतर्कता आयोग) का नाम सुना है। एक जमाने सीवीसी का देश में भय था। आज यह हाल है कि उसकी कोई सुनवाई नहीं होती है। उसका नाम ही कोई नहीं जानता है। लोकपाल को लेकर हमारी सरकार बदल गई। लोकपाल को लेकर अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के धरने हुए। यह पूरी तरह से आरएसएस से स्पॉन्सर था। 2 जी स्पेक्ट्रम, कोलगेट जैसे घोटलों को लेकर देश में माहौल बना दिया गया था। अब हम सवाल करते हैं कि 11 साल बीत चुके जो आरोप लगे थे उस पर सरकार ने क्या किया। जवाब दे।
अशोक गहलोत ने कहा लोकतंत्र में विपक्ष का एक महत्व होता है। बिना विपक्ष के पक्ष नहीं होता है। विपक्ष जनता के लिए आवाज उठाता है। सत्ता पक्ष को बुरा नहीं मानना चाहिए। राहुल गांधी ने आवाज उठाई। उन्होंने पहलगाम की हत्या के बाद के जब सत्ता पक्ष सवाल पूछे गए तो सरकार कोई जवाब नहीं दे सकी। मारने वालों का क्या हुआ, सरकार को कुछ पता नही।
अशोक गहलोत ने कहा फिर सिंदूर हो गया। सवाल उठाए गए। पर कोई जवाब नही। राहुल गांधी ने कहा पूरा विपक्ष के मोदी के साथ है। पहली बार पूरा मुल्क मोदी जी के साथ खड़ा था। सेना के साथ खड़ा हुआ। पर उसका फायदा मिलना चाहिए था। पर कुछ नहीं।