Udaipur violence: उदयपुर में दो साल पहले कन्हैयालाल की हत्या के बाद खूब बवाल हुआ था, जिसकी याद फिर से ताजा हो गई। जानें क्यों?
Update News: उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में करीब दो साल पहले उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड हुआ था। उसके बाद शहर का माहौल ही बदल गया। शुक्रवार को फिर वही दिन याद आ गया। दो छात्रों के बीच का झगड़ा और चाकू वार की घटना के बाद हवा बदलने लगी। फिर सड़क पर बेकाबू भीड़ का आक्रोश देखने को मिला। दोपहर से शाम तक 6 घंटे दहशत में बीते। गनीमत रही कि पिछली घटना से सबक लिए पुलिस-प्रशासन स्थिति संभाल पाया। जरा-सी देर होती तो फिर हालात पर काबू पाना मुश्किल हो जाता।
दरअसल, उदयपुर शहर में शुक्रवार सुबह सरकारी स्कूल में 10वीं कक्षा के दो छात्रों के बीच झगड़े के बाद एक ने दूसरे पर चाकू से वार कर दिया। घटना को लेकर शहर में माहौल तनावपूर्ण हो गया। लोगों ने प्रदर्शन कर बाजार बंद करवा दिए। इस दौरान धर्म स्थलों पर पत्थर फेंकने के साथ ही कई जगह तोड़फोड़ की गई। उग्र भीड़ ने 6 वाहनों में आग लगा दी और 12 से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ की। वहीं, धार्मिक स्थलों व दुकानों में पथराव किया। जिससे 10 से अधिक दुकानों में नुकसान हुआ है।
पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए पहले लाठियां भांजी फिर लाठीचार्ज भी किया। कलक्टर ने धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी। आरोपी छात्र हिरासत में है, वहीं उसके पिता को गिरफ्तार किया है। वहीं, 5 जिलों से पुलिस बुलाई गई। हालात कंट्रोल करने के लिए 24 घंटे इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई। साथ ही प्रशासन ने शनिवार को स्कूल और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी। भड़की हिंसा के बाद चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है।
—सुबह 10:30 बजे स्कूल के पास घटना हुई।
—11:30 बजे अस्पताल में भीड़ जमा।
—दोपहर 01:00 बजे भीड़ आक्रोशित होने लगी।
—अपराह्न 03:30 बजे बाजार बंद करवा दिए गए।
—शाम 04:30 बजे पुलिस ने भीड़ को खदेड़ा।
—5 बजे पुलिस प्रशासन ने की समझाइश।
—6 बजे निषेधाज्ञा लागू।
उदयपुर में दो साल पहले 28 जून 2022 को कन्हैयालाल हत्याकांड हुआ था। दहशतगर्दों ने दुकान में घुसकर कन्हैयालाल की गर्दन काटकर हत्या कर दी थी। घटना के बाद माहौल भारी तनाव में बदल गया था। उदयपुर में प्रदर्शन, तोड़फोड़ और आगजनी हुई थी। इस घटना के बाद देशभर में खूब बवाल मचा था। तीन दिन तक उदयपुर शहर में कर्फ्यू लगा रहा था। जांच एनआईए को सौंपी गई थी।