मुख्यमंत्री मोहन यादव बोले- यह परियोजना सदियों तक याद रखी जाएगी, सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी प्रोजेक्ट का भूमिपूजन
Kanh Close Duct Project: शिप्रा नदी को प्रवाहमान बनाए रखने के लिए तैयार 614 करोड़ की सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना का सोमवार को सीएम डॉ. मोहन यादव ने भूमिपूजन किया। इस मौके पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल, प्रदेश के मंत्री तुलसी सिलावट भी थे। इससे पहले सीएम ने कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना का निरीक्षण किया। इसके लिए वे करीब 100 फीट उतरकर टनल में पहुंचे। उन्होंने कहा, यह विश्व की पहली परियोजना है जिसमें एक ही प्रदेश की दो नदियों को जोड़ा जा रहा है। इसे सदियों तक लोग याद रखेंगे।
बामोरा में खोदी जा रही टनल में लॉरी के जरिए सीएम उतरे थे। साथ में मंत्री सिलावट, एसीएस राजेश राजौरा भी थे। सीएम करीब 10 मिनट टनल में रहे। परियोजना को मील का पत्थर बताते हुए भविष्य में अन्य सूखी व बरसाती नदियों के संयोजन की उम्मीद भी जताई। कहा कि पूर्व सिंहस्थों में श्रद्धालुओं को कभी गंभीर, कभी नर्मदा जल से स्नान करना पड़ता था। सिंहस्थ 2028 में शिप्रा के पावन व शुद्ध जल से ही स्नान होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने टनल में जाने का अनुभव साझा किया। मंच से कहा, काम देखने कितना नीचे जाना पड़ा मुझे। तुलसी भैया और हम जंगले में टंगकर 100 फीट नीचे जा रहे थे। सरकार और मुख्यमंत्री सब हवा में लटक रहे थे। ऐसा लग रहा था ऊपर से नीचे जाने में भगवान अच्छी यात्रा करवा रहा है अपनी, लेकिन शिप्रा का पानी पवित्र रहे इसके लिए 100 बार जाना पड़े तो जाएंगे।
सतना. सीएम ने सोमवार रात 9.45 बजे रीवा एयरपोर्ट पर लैंडिंग की। टर्मिनल से शहडोल संभाग की वीसी के बाद 10.34 बजे सड़क मार्ग से चित्रकूट गए। मंगलवार को वे विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। सीएम ने वीसी में उद्योगपतियों से कहा, शहडोल संभाग में 20 हजार करोड़ के प्रस्ताव मिले हैं। हमें व्यक्ति 10 करोड़ निवेश का प्रस्ताव देगा या एक करोड़ का हमारे लिए दोनों समान हैं। तीनों जिलों के कलेक्टर दो दिन में स्टार्टअप के लिए नए उद्यमियों को तैयार करें।