Mahakal Garbhagriha Entry Row: महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश में मामले में अब सीएम मोहन यादव संज्ञान ले सकते है। मंदिर समिति के 12 कर्मचारियों से पूछताछ हो चुकी है। वहीं, भाजपा विधायक गोलू शुक्ल और पुत्र रुद्राक्ष की जांच अवधि भी बढ़ा दी गई है।
Mahakal Garbhgriha Entry Row: श्री महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में 21 जुलाई को विधायक गोलू शुक्ला और उनके पुत्र रुद्राक्ष के भस्म आरती में प्रवेश की जांच की अवधि पहले 7 दिन थी, जो आगे बढ़ा दी है। यह मामला तब सामने आया था जब कथित तौर पर विधायक और उनके पुत्र ने मंदिर के गर्भगृह में नियमों का उल्लंघन करते हुए प्रवेश किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए मंदिर समिति ने जांच शुरू की। चूंकि इस बीच नागपंचमी और सवारी में कर्मचारियों-अधिकारियों की व्यस्तता के चलते जांच अवधि को आगे बढ़ाया है।
अब तक की गई जांच में समिति ने 12 कर्मचारियों से पूछताछ की है। इनमें से जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। पिता-पुत्र के लिए दंड का प्रावधान क्या होगा, फिलहाल यह भविष्य के गर्त में है। बताया जा रहा है कि इस मामले में सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav) भी कुछ संज्ञान ले सकते है।
महाकाल मंदिर में हुई इस घटना के बाद से मंदिर के गर्भगृह की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। हालांकि, इस मामले में समिति के जांच अधिकारी फिलहाल कुछ भी स्पष्ट कहने से बच रहे हैं। इस बात को लेकर भी चर्चाएं हैं कि जांच की अवधि इसलिए बढ़ाई गई है, ताकि पूरे मामले की गहराई से पड़ताल की जा सके।
उससे पहले पता चला है कि मंदिर कर्मचारियों पर गाज गिरना लगभग तय है। जांच रिपोर्ट में तीन कर्मचारियों की घटना के दौरान मौजूदगी और उनके द्वारा दोनों को रोकने में नाकाम रहने को लेकर जिम्मेदारों के खिलाफ चूक मानी गई है। हालांकि गोलू शुक्ला और उनके बेटे रुद्राक्ष पर क्या कार्रवाई होगी, यह तय नहीं हो पाया है।
विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल मंदिर में हुई इस घटना के विषय में पिछले दिनों भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने विधायक गोलू शुक्ला से गर्भगृह में जबरन घुसने के मामले में नाराजगी जाहिर की है। कांग्रेस के पदाधिकारी इस मामले में प्रदर्शन कर चुके हैं। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी इस मामले में कुछ संज्ञान ले सकते हैं, ऐसी उम्मीद जताई जा रही है।
शनिवार को महाकाल मंदिर में उप प्रशासक और जांच अधिकारी एसएन सोनी ने बताया कि त्योहार के कारण जांच डिले हो गई है, संभवतः सोमवार-मंगलवार तक मंदिर प्रशासक को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। इसका प्रतिवेदन तैयार हो रहा है। मंदिर के 12 कर्मचारियों से पूछताछ हुई है, जिन कर्मचारी की लापरवाही सामने आई है, उनकी लिस्ट दे दी जाएगी। हालांकि सोनी से जब गोलू शुक्ला (MLA Golu shukla) और उसके बेटे (Rudraksh) पर होने वाली कार्रवाई के विषय में पूछा तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। इधर, दूसरे जांचकर्ता जयंत राठौर ने भी कहा कि जांच रिपोर्ट में देरी हो गई है. अब सोमवार-मंगलवार तक दे दी जाएगी।
श्रावण मास के दूसरे सोमवार 21 जुलाई को तड़के हुई भस्म आरती के दौरान महाकाल मंदिर के गर्भगृह में इंदौर के भाजपा विधायक गोलू शुक्ला का बेटा रुद्राक्ष जबरन प्रवेश कर गया था। इस दौरान वहां डयूटी पर तैनात मंदिर कर्मचारी और गर्भगृह निरीक्षक आशीष दुबे ने उसे रोकने की कोशिश की, तो रुद्राक्ष ने उसे धमकाया था। इस दौरान वहां लगे सीसीटीवी कैमरे भी कुछ देर के लिए बंद हुए थे। मामला सामने आने के बाद मंदिर में हड़कंप मच गया था।
इधर, घटना के 24 घंटे बाद ही कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने जांच के लिए तत्काल तीन सदस्यीय दल गठित किया था। जिसमें उप प्रशासक एसएन सोनी, सुरक्षा अधिकारी जयंत राठौर और सहायक प्रशासक आशीष कलवाड़िया को 7 दिन में जांच कर रिपोर्ट पेश करने को कहा गया था। लेकिन इस अवधि में पर्व आने से सभी की व्यस्तता बढ़ गई, अब जांच मंगलवार 5 अगस्त तक आने की संभावना जताई जा रही है।