Ujjain Mahakal Temple : महाकाल मंदिर में एक बार फिर नियम टूट गए। इस बार एक बालिका ने गर्भगृह में प्रवेश किया और बकायदा उसके वीडियो-फोटो जलद्वार वाले गलियारे से शूट किए गए।
Mahakal Temple Ujjain :उज्जैन के महाकाल मंदिर में एक बार फिर नियम टूट गए। इस बार एक बालिका ने गर्भगृह में प्रवेश किया और बकायदा उसके वीडियो-फोटो जलद्वार वाले गलियारे से शूट किए गए। बालिका का परिवार नंदी हॉल में बैठकर बाबा के दर्शन कर रहा था, वहीं कुछ लोग बालिका का हाथ पकड़कर उसे गर्भगृह में प्रवेश कराने में मदद करते नजर आ रहे हैं। बताया जाता है कि यह घटना दो से तीन दिन पुरानी है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग सवाल उठा रहे हैं, रसूखदारों के आगे नियम धराशायी हो जाते हैं।
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में हाल ही में एक घटना का वीडियो सामने आया है, जिसमें एक मासूम बालिका को गर्भगृह में प्रवेश(Rules broken in Mahakal temple) कराया जा रहा है, जबकि पांच वर्षों से नियम है कि पुजारी और पुरोहितों के अलावा किसी को गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लोग दोहरे बर्ताव पर सवाल खड़े कर रहे हैं। वीडियो के मुताबिक बालिका का परिवार नंदी हॉल में बैठकर दर्शन कर रहा था और कुछ लोग बालिका का हाथ पकड़कर उसे गर्भगृह में ले जा रहे हैं।
मामले की जानकारी लगी है, वीडियो फुटेज देखकर पता लगाएंगे कि बच्ची किसके साथ आई थी। इसके बाद जिमेदारों और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। - प्रथम कौशिक, प्रशासक, महाकाल मंदिर
बता दें, इससे पहले महाकाल मंदिर में गर्भगृह प्रवेश के नियम उल्लंघन(Rules broken in Mahakal temple) के कई मामले सामने आए हैं। अक्टूबर 2024 में महाराष्ट्र के तत्कालीन सीएम एकनाथ शिंदे के पुत्र, सांसद श्रीकांत शिंदे ने भी गर्भगृह में प्रवेश किया था, जिस पर विवाद हुआ था।
बता दें, पिछले दिनों गर्भगृह के गलियारे से होकर नंदी हॉल और गर्भगृह के ठीक सामने कुछ युवक-युवतियों ने यहां फोटो-वीडियो शूट किए थे। समाचार प्रकाशित होने के तुरंत बाद मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक ने मामले में संज्ञान लेते हुए जलद्वार के समीप लॉकर लगाया, जिसके बाद यहां से जाने वाले श्रद्धालुओं के मोबाइल इस लॉकर में रखे जाने लगे।
बता दें, कि पुजारी-पुरोहितों के अलावा सामान्य व्यक्ति को जब गर्भगृह में प्रवेश कराया जाता है, तो उसके नियम हैं। उस समय पुरुषों को धोती-सोला और महिलाओं को साड़ी पहनना अनिवार्य है। हालांकि यह बच्ची बहुत कम उम्र की है, लेकिन नियम तो नियम है।