MP News: बड़े उद्योगों का केंद्र बन रहे विक्रम उद्योगपुरी में बड़ी संख्या में रोजगार के साथ ही महिला कर्मचारियों को बड़ी सुविधा भी मिलेगी। सरकार यहां महिला कर्मियों के रहने के लिए होस्टल का निर्माण करेगी। भूतल सहित सात मंजिला बनने वाले इन होस्टल में 1554 महिलाकर्मी रह सकेंगी।
MP News: बड़े उद्योगों का केंद्र बन रहे विक्रम उद्योगपुरी में बड़ी संख्या में रोजगार के साथ ही महिला कर्मचारियों को बड़ी सुविधा भी मिलेगी। सरकार यहां महिला कर्मियों के रहने के लिए होस्टल का निर्माण करेगी। भूतल सहित सात मंजिला बनने वाले इन होस्टल में 1554 महिलाकर्मी रह सकेंगी।
मध्यप्रदेश(MP News) सहित उज्जैन में अभी औद्योगिक क्षेत्र में सरकार की ओर से महिलाकर्मियों के रहने के लिए होस्टल सुविधा नहीं है। पहली बार प्रदेश में चार औद्योगिक क्षेत्रों में होस्टल निर्माण की योजना मंजूर की गई है। इसके अंतर्गत विक्रम उद्योगपुरी उज्जैन भी शामिल है। यहां महिलाकर्मियों के होस्टल निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने 66.36 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है। प्रोजेक्ट स्वीकृति के बाद अब जल्द ही होस्टल निर्माण के लिए टेंडर जारी किए जाएंगे।
होस्टल(Hostel for women employees) में महिलाकर्मियों को रहने के साथ ही अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी। यहां किचन और डाइनिंग के साथ लाइब्रेरी, पार्किंग, रिक्रिएशन रूम, हेल्थ सेंटर आदि भी रहेंगे। भूतल पर पार्किंग सुविधा होगी।
मेडिकल डिवाइस पार्क सहित विक्रम उद्योगपुरी में 195 से अधिक यूनिट्स स्थापित करने की क्षमता है। इनमें से 130 से अधिक यूनिट्स के लिए निर्माण प्रारंभ या भूखंड आवंटन हो चुके हैं। विक्रम उद्योगपुरी के लिए पूरी क्षमता से संचालित होने के बाद यहां 38 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। इनमें बड़ी संख्या में महिला कर्मचारी रहेंगी। होस्टल निर्माण से 1500 से अधिक महिलाकर्मियों को सुरक्षित आवास की सुविधा मिल सकेगी। बता दें कि विक्रम उद्योगपुरी शहर से करीब 15 किलोमीटर दूर है। ऐसे में उज्जैन सहित अन्य तहसील या जिले-प्रदेश से आने वाली महिला कर्मियों को कार्यस्थल के नजदीक आवास मिल सकेंगे।
विक्रम उद्योगपुरी में महिला कर्मियों के रहने के लिए होस्टल(Hostel for women employees) का निर्माण होगा। प्रोजेक्ट के लिए भारत सरकार द्वारा 66.36 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है। जल्द ही टेंडर जारी कर निर्माण शुरू करवाया जाएगा। -राजेश राठौर, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, एमपीआइडीसी