वाराणसी के लालपुर-पांडेयपुर इलाके में जानलेवा हमले के आरोपित यश सिंह राजपूत की रिहाई के बाद निकाले गए जुलूस ने पुलिस को सख्त एक्शन लेने पर मजबूर कर दिया।
वाराणसी के लालपुर-पांडेयपुर इलाके में जानलेवा हमले के आरोपित यश सिंह राजपूत की रिहाई के बाद निकाले गए जुलूस ने पुलिस को सख्त एक्शन लेने पर मजबूर कर दिया। जिला जेल से मंगलवार शाम को रिहा हुए यश का उसके साथियों ने जोरदार स्वागत किया। बड़ी संख्या में जुटे साथी नारेबाजी करते हुए जुलूस में उसे सड़क पर लेकर निकले। इस दौरान माहौल बिगाड़ने जैसी स्थिति भी बनी।
जुलूस का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस हरकत में आ गई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए यश समेत कई युवकों को पकड़ लिया। लालपुर-पांडेयपुर थाने में जिला जेल चौकी प्रभारी कोमल कुमार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद यश सिंह राजपूत, मोहित जायसवाल, लालपुर सब्जी मंडी निवासी राहुल गुप्ता और सोयेपुर निवासी अमन सिंह को गिरफ्तार कर बुधवार को जेल भेज दिया गया।
पुलिस के मुताबिक, यश सिंह राजपूत दौलतपुर भक्तिनगर का रहने वाला है और झुन्ना पंडित गिरोह से जुड़ा बताया जाता है। रिहाई के बाद साथियों के साथ खुलेआम जुलूस निकालना कानून-व्यवस्था के खिलाफ माना गया। यही वजह रही कि पुलिस ने मामले में सख्त कार्रवाई की।
इस बीच, थाने में कान पकड़कर माफी मांगते आरोपितों का एक और वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने कहा कि इस तरह की हरकत करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। जुलूस में शामिल अन्य युवकों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।