सउदी अरब में हादसे में मारे गए सभी मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। आंध्र प्रदेश के राज्यपाल एस. अब्दुल नजीर ने पैगंबर की मस्जिद में जनाजे की नमाज अदा की। पढ़ें पूरी खबर...
सऊदी अरब (Saudi Arabia) में एक दुखद बस दुर्घटना में मारे गए 45 भारतीय जायरीनों (तीर्थयात्रियों) को शनिवार को सुपुर्द-ए-खाक (अंतिम संस्कार) कर दिया गया। ये जायरीन उमरा के लिए तेलंगाना से सऊदी अरब पहुंचे थे। मदीना के पास रविवार और सोमवार की दरमियानी रात एक बस और तेल टैंकर की टक्कर में उनकी मौत हो गई थी। मृतकों में 10 बच्चे भी शामिल थे।
सऊदी अरब की राजधानी रियाद में स्थित भारतीय दूतावास के अनुसार, आंध्र प्रदेश के राज्यपाल एस. अब्दुल नजीर ने पैगंबर की मस्जिद में जनाजे की नमाज अदा की। इसके बाद, मृतकों के पार्थिव शरीर को मदीना के जन्नतुल बाकी कब्रिस्तान में दफन किया गया।
इस दौरान सऊदी अरब में भारतीय राजदूत सुहैल खान, जेद्दा में भारत के महावाणिज्यदूत फ़हद सूरी, तेलंगाना सरकार में मंत्री और पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन, माइनॉरिटी वेलफेयर सेक्रेटरी बी. शफीउल्लाह, और AIMIM विधायक माजिद हुसैन समेत कई लोग मौजूद रहे।
इस भीषण हादसे के बाद तेलंगाना सरकार ने हर पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। साथ ही, हर पीड़ित के दो रिश्तेदारों को सऊदी अरब आने-जाने का इंतजाम भी किया।
तेलंगाना सरकार के मंत्री मोहम्मद अजहरुद्दीन ने बताया कि आने वाले सभी रिश्तेदारों के लिए परिवहन, भोजन और रहने का इंतजाम किया गया, जबकि कुछ ने अपना खर्च स्वयं उठाया है। पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि सभी कार्य पूरा होने के बाद वह 27 नवंबर को हैदराबाद लौटेंगे।
सऊदी अरब गए इमरान शरीफ ने कहा कि उनकी मौजूदगी में हादसे में मारे गए सभी मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया। उन्होंने बताया कि वह गुरुवार को मदीना पहुंचे थे। बता दें कि इमरान के परिवार के 17 लोग इस हादसे के शिकार हुए हैं। वहीं, सउदी पहुंचे रिजवान ने बताया कि उनकी मां और भाई समेत परिवार के 5 लोगों की हादसे में मौत हो गई। उन्होंने कहा कि वे अब अन्य जरूरी निर्देशों के पूरे होने का इंतजार कर रहे हैं।
यह हादसा हाल के सालों में भारतीय उमराह यात्रियों से जुड़ा सबसे भीषण हादसा है, जिसने कई परिवारों को तोड़कर रख दिया है। अधिकारियों ने कहा कि वे आगे किसी भी मदद के लिए सऊदी अधिकारियों से संपर्क करेंगे।