इटली के पगलियारा देई मारसी गांव में 30 साल बाद एक बच्ची का जन्म हुआ है। यह गांव माउंट गिरिफाल्को की ढलानों पर बसा है, जहां मात्र 20 लोग रहते हैं।
दुनिया में एक ऐसा भी गांव है, जहां मात्र 20 लोग रहते हैं। 30 साल तक इस गांव में किसी बच्चे की किलकारी नहीं गूंजी थी। अब यहां एक बच्ची ने जन्म लिया है। यह गांव इटली में माउंट गिरिफाल्को की ढलानों पर बसा है। इसका नाम पगलियारा देई मारसी है।
यह इटली के अब्रूजो इलाके का एक छोटा सा गांव है, जो पहाड़ पर है। यहां सालों तक स्कूल की घंटी नहीं बजी। यह भी कह सकते हैं कि यहां सालों तक किसी बच्चे के रोने की आवाज नहीं आई।
इस गांव में सबसे ज्यादा बिल्लियां रहती हैं, जो सुनसान सड़कों पर आजादी से घूमती हुई दिखाई देती हैं। कम जन्म दर के चलते इस गांव में इंसानों की आबादी धीरे-धीरे कम होती गई। अब ढेरों साल बाद एक बच्ची ने जन्म लिया है।
बच्ची का नाम 'लारा बुस्सी ट्राबुको' रखा गया है। उसके आने से गांव की आबादी बढ़कर करीब 20 लोग हो गई है। उसके जन्म से वहां रहने वाले लोग गदगद हो गए हैं। इस बच्ची से गांव के लोगों की उम्मीदें बढ़ गईं हैं।
लारा की मां सिंजिया ट्राबुको ने कहा कि अब लोग उनके पास बच्ची को देखने आते हैं। कई लोग ऐसे हैं, जिन्होंने पहले कभी पाग्लियारा देई मारसी के बारे में सुना भी नहीं था। खास बात यह है कि इस गांव में 30 सालों में अब तक किसी बच्चे ने क्यों जन्म नहीं लिया? इसकी भी बड़ी वजह है।
दरअसल, इटली में जन्म दर बहुत कम हो गई है। यहां 2024 में अब तक के सबसे कम बच्चे पैदा हुए हैं। युवा लोग बच्चे पैदा नहीं कर रहे हैं, क्योंकि नौकरियां नहीं मिल रही हैं। इसके अलावा, बच्चों की देखभाल महंगी है। कई लोग काम के लिए छोटे शहरों से दूर जा रहे हैं।
इटली के एब्रुजो क्षेत्र में जन्म दर बहुत तेजी से गिर रही है, खासकर पाग्लियारा देई मारसी में। गांव में बुजुर्गों की संख्या बढ़ती जा रही है। बच्चों की कमी के कारण स्कूल भी बंद हो रहे हैं। कुछ कस्बे धीरे-धीरे खत्म हो रहे हैं।
इस गांव में बूढ़े निवासी कम हो रहे हैं, लेकिन उनकी जगह लेने के लिए युवा पीढ़ी नहीं है। अब लारा के जन्म से एक नई आस जगी है। वहां के लोगों को लग रहा है कि अब युवा वापस लौटेंगे।
सिंजिया और उनके पार्टनर पाओलो को सरकार से हर महीने बेबी बोनस और बच्चों के लिए मदद मिलती है, लेकिन यह सब कुछ हल नहीं करता।