Forbes 2024 list: दुनिया की प्रतिष्ठित पत्रिका फोर्ब्स की सूची में भारत के मशहूर उद्योगपति मुकेश अंबानी ने 2024 तक भारत के सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में पहले नंबर पर अपना स्थान बरकरार रखा है। जबकि फोर्ब्स रिच लिस्ट 2024 में गौतम अडानी सबसे बड़े डॉलर गेनर के रूप में उभरे हैं। जबकि डॉलर गेनर के रूप में अंबानी पीछे रह गए हैं।
Forbes 2024 list: दुनिया की प्रतिष्ठित पत्रिका फोर्ब्स की सूची (forbes 100 richest indians)के अनुसार भारतीय दिग्गजों की संपत्ति में 40% की उछाल, $1 से भी अधिक उछाल आया है। सूची में भारत के मशहूर उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani)ने 2024 तक भारत के सबसे अमीर शख्स के रूप में जगह बनाए हुए हैं। फोर्ब्स (Forbes Rich list) के अनुसार, वे दूरसंचार और ऊर्जा सहित विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण निवेश के साथ नेतृत्व करना जारी रखे हुए हैं। वहीं एक समय करीबी प्रतिस्पर्धी रहे गौतम अडानी ( Gautam Adani) ने नियामक जांच और बाजार की गतिशीलता सहित अपने व्यापारिक साम्राज्य के सामने आने वाली कई चुनौतियों के कारण अपनी निवल संपत्ति में उतार-चढ़ाव देखा है। यह बदलाव भारत में धन के उभरते परिदृश्य उजागर करता है, जो व्यापक आर्थिक रुझान दर्शाता है।
पूरा नाम: मुकेश धीरूभाई अंबानी
जन्म तिथि: 19 अप्रैल 1957
जन्म स्थान: एडेन, यमन
राष्ट्रीयता: भारतीय
पद: व्यवसायी, चेयरमैन और प्रबंध निदेशक, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड
मुकेश अंबानी एक गुजराती परिवार में जन्मे। उनके पिता, धीरूभाई अंबानी, रिलायंस इंडस्ट्रीज के संस्थापक थे। उन्होंने मुंबई के हिल ग्रेंज हाई स्कूल में पढ़ाई की और फिर इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी (तब के यूडीसीटी) से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। वहीं स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए भी किया, लेकिन अपने पिता के व्यवसाय में शामिल होने के लिए अध्ययन छोड़ दिया। मुकेश ने 1977 में रिलायंस इंडस्ट्रीज में काम करना शुरू किया और विशेष रूप से पेट्रोकेमिकल्स क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कंपनी के विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार की दिशा में काम किया, जिसमें दूरसंचार (रिलायंस जियो), रिटेल और वस्त्र शामिल हैं। उनके नेतृत्व में, रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक बन गई और वैश्विक बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरी। मुकेश अंबानी अक्सर विश्व के सबसे अमीर (Forbes India’s 100 Richest 2024)लोगों में सूचीबद्ध होते हैं। उनकी संपत्ति ने उन्हें अक्सर शीर्ष पांच सबसे अमीर व्यक्तियों में रखा है। उन्होंने रिलायंस जियो को भारत में एक प्रमुख दूरसंचार ऑपरेटर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसने सस्ती डेटा सेवाओं के साथ उद्योग में क्रांति ला दी। उनके रिटेल व्यवसाय ने भी भारतीय रिटेल परिदृश्य को काफी प्रभावित किया है। वे भारतीय व्यवसाय में एक प्रमुख व्यक्तित्व हैं और विभिन्न उद्योग फोरम और सरकारी पहलों में शामिल रहते हैं। मुकेश अंबानी ने भारत की आर्थिक परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और उन्हें अपने रणनीतिक दृष्टिकोण और नेतृत्व के लिए पहचाना जाता है।
बहरहाल मुकेश अंबानी भारतीय कॉर्पोरेट क्षेत्र में एक प्रमुख व्यक्ति हैं, जिन्होंने रिलायंस इंडस्ट्रीज को एक बहुराष्ट्रीय समूह में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके व्यवसायिक नवाचार और परोपकारिता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने देश और उसके बाहर व्यापक प्रभाव डाला है।
गौतम अडानी ने अपना भाग्य अडानी समूह के माध्यम से बनाया, जिसके ऊर्जा, संसाधन, लॉजिस्टिक्स, कृषि व्यवसाय, रियल एस्टेट और रक्षा सहित विविध हित हैं। वित्तीय प्रथाओं और बाजार की अस्थिरता से संबंधित आरोपों जैसी बाधाओं का सामना करने के बावजूद, अडानी की कंपनियां भारत में बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। गौतम अडानी की संपत्ति में तेजी से वृद्धि हुई है ।अडानी का दृष्टिकोण नवीकरणीय ऊर्जा और बुनियादी ढांचे में प्रमुख निवेश करने का है, जिसका उद्देश्य भारत की विकास यात्रा और स्थिरता के लक्ष्यों के साथ मेल खाना है। गौतम अडानी, अडानी ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष हैं, जो भारत में एक बहुराष्ट्रीय समूह है। अडानी ग्रुप विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत है, जिनमें शामिल हैं:
ऊर्जा: अडानी ने नवीकरणीय ऊर्जा में भारी निवेश किया है, और उनका लक्ष्य विश्व के सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादकों में से एक बनना है। समूह के पास कोयला और थर्मल पावर उत्पादन में भी महत्वपूर्ण संपत्तियां हैं।
बुनियादी ढांचा: अडानी ने बंदरगाहों, हवाई अड्डों और लॉजिस्टिक्स सुविधाओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो भारत की बुनियादी ढांचा वृद्धि में योगदान कर रहा है।
संसाधन: अडानी ग्रुप खानन और संसाधन प्रबंधन में भी संलग्न है, जिसमें कोयला खनन और व्यापार शामिल है।
कृषि व्यवसाय: समूह कृषि लॉजिस्टिक्स और खाद्य प्रसंस्करण में शामिल है, जिसका उद्देश्य आपूर्ति श्रृंखलाओं को बेहतर बनाना और अपव्यय को कम करना है।
रक्षा और एयरोस्पेस: हाल ही में, अडानी ग्रुप ने रक्षा उत्पादन और एयरोस्पेस के क्षेत्र में कदम रखा है।