Gaza Aid Attack Israeli Shelling: गाजा इजरायली टैंक से की गई गोलाबारी में 45 नागरिकों की मौत हो गई। दर्जनों घायल इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाए गए।
Gaza Aid Attack Israeli Shelling: गाजा के दक्षिणी हिस्से खान यूनिस में मंगलवार को एक बार फिर मानव त्रासदी का दृश्य नजर आया, जब सहायता ट्रकों का इंतज़ार कर रहे लोगों पर इजरायल के टैंकों से गोलाबारी (Gaza Israeli attack) हुई। हमास-नियंत्रित गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इस हमले में कम से कम 45 फिलिस्तीनी मारे गए (Aid seekers killed Gaza) हैं, और दर्जनों घायल हुए हैं। घायलों को गाजा के नासेर अस्पताल में लाया गया, जहां चिकित्सकों ने बताया कि मृतकों ((Gaza civilian deaths))की संख्या लगातार बढ़ रही है। अस्पताल में शवों और घायल नागरिकों की भरमार है। सूत्रों के मुताबिक, घायलों में कई नागरिकों की हालत बेहद गंभीर है।
स्थानीय चश्मदीदों और डॉक्टरों ने बताया कि इज़रायली टैंकों ने खान यूनिस की मुख्य पूर्वी सड़क पर, जहां लोग यूएन और अन्य संगठनों की सहायता सामग्री की प्रतीक्षा कर रहे थे, वहां अचानक गोलाबारी की।
गाजा घटनास्थल पर मौजूद एक युवा राहतकर्मी ने कहा: "हम खाने और पानी के लिए लाइन में खड़े थे… अचानक धमाका हुआ और सब कुछ धूल में तब्दील हो गया।"
इस दर्दनाक घटना पर इज़रायली डिफेंस फोर्सेस (IDF) की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। पहले भी ऐसे हमलों के बाद IDF ने "मानव ढाल" या "हथियारों की मौजूदगी" का हवाला दिया है, लेकिन इस बार अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने घटना को "मानवता के खिलाफ गंभीर अपराध" बताया। तुर्की, कतर और यूरोपीय यूनियन ने तत्काल जांच की मांग की है। भारत सरकार ने "मानव जीवन की हानि पर गहरी चिंता" जताते हुए संयम बरतने की अपील की है।
संभावना जताई जा रही है कि इस हमले के बाद गाजा में स्थिति और तनावपूर्ण हो सकती है। UNRWA (संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी) ने कहा कि "यदि सहायता पहुंचाने वालों पर हमले बंद नहीं हुए, तो मानवीय ऑपरेशन पूरी तरह ठप हो सकता है।"
गाजा में मानवीय सहायता को लेकर पहले भी ऐसी घटनाएं हुई हैं। विशेषज्ञ सवाल उठा रहे हैं कि यदि यह क्षेत्र संघर्ष के बीच है, तो लोगों को बिना सुरक्षा इंतज़ार करने क्यों दिया गया ? एक पूर्व यूएन अधिकारी ने बताया कि "बिना कोरिडोर सुनिश्चित किए अगर सहायता ट्रक भेजे जाते हैं, तो यह भी एक तरह की लापरवाही है।"