पाकिस्तान में रह रहे भारत के एक और दुश्मन का खात्मा हो गया है। लश्कर-ए-तैयबा के लिए फंडिंग जुटाने वाले आतंकी की मौत हो गई है।
पाकिस्तान (Pakistan) में भारत के कई दुश्मन रह रहे हैं, जो वहाँ रहते हुए इतने सालों से भारत (India) के खिलाफ नापाक गतिविधियों में शामिल हैं। हालांकि पिछले कुछ सालों में इन आतंकियों के मन में डर भी पैदा हुआ है, क्योंकि अज्ञात हमलावर, पाकिस्तान में रह रहे इन आतंकियों को निशाना बना रहे हैं। इस वजह से कई आतंकी तो अब अपने घरों से बाहर निकलने या सार्वजनिक स्थानों पर जाने से पहले कई बार सोचते हैं। पिछले कुछ सालों में प्राकृतिक या गैर-प्राकृतिक कारणों से पाकिस्तान में रह रहे भारत के कई दुश्मनों की मौत हो गई है। अब इस लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है।
पाकिस्तान में रह रहे भारत के दुश्मन और आतंकी अब्दुल अजीज़ (Abdul Aziz) की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार उसने बहावलपुर के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। अब्दुल काफी समय से बीमार चल रहा था और सोमवार को इसी बीमारी की वजह से उसकी मौत हो गई।
अब्दुल, पाकिस्तान के खूंखार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के लिए फंडिंग जुटाने का काम करता था। लश्कर-ए-तैयबा की फंडिंग, खिदमत-ए-खलक नाम का संगठन संभालता है, जिसे अब्दुल ही चलाता था। अब्दुल, लश्कर के डिप्टी चीफ सैफुल्लाह कसूरी (Saifullah Kasuri) का बेहद करीबी था।
अब्दुल की मौत से लश्कर को बड़ा झटका लगा है। उसका संगठन खिदमत-ए-खलक, बहावलपुर समेत पाकिस्तान में अलग-अलग जगहों से चंदा और अन्य तरीकों से लश्कर की आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग जुटाता था। इतने सालों से इस काम में लगे होने के कारण अब्दुल इससे जुड़े सभी पहलुओं से अच्छी तरह से वाकिफ था। उसकी मौत से लश्कर के सामने फंडिंग से जुड़ी कई परेशानियाँ खड़ी हो सकती हैं।