Neil Anand healthcare Fraud :अमेरिका में भारतीय मूल के एक डॉक्टर को स्वास्थ्य सेवा धोखाधड़ी, फ़र्ज़ी दावे पेश करने और ग़ैर-क़ानूनी तरीक़े से नियंत्रित पदार्थ वितरित करने का दोषी ठहराया गया है।
Indian origin doctor healthcare fraud USA: अमेरिका की संघीय जूरी ने भारतीय मूल ( NRI News)के एक डॉक्टर को मरीजों को चिकित्सकीय रूप से अनावश्यक दवाएं देने और नियंत्रित पदार्थ अवैध रूप से वितरित कर के स्वास्थ्य देखभाल धोखाधड़ी करने की साजिश में शामिल होने का दोषी ठहराया (indian-origin doctor healthcare fraud USA) है। पेनसिल्वेनिया के बेन्सेलेम निवासी 48 वर्षीय नील के. आनंद (Neil K Anand healthcare fraud case) ने मेडिकेयर, यू.एस. ऑफिस ऑफ़ पर्सनल मैनेजमेंट (OPM), इंडिपेंडेंस ब्लू क्रॉस (IBC) और एंथम की ओर से दी जाने वाली स्वास्थ्य योजनाओं के लिए चिकित्सकीय रूप से अनावश्यक प्रिस्क्रिप्शन दवाओं के "गुडी बैग्स" के लिए झूठे और धोखाधड़ी वाले दावे प्रस्तुत करने की साजिश रची। न्याय विभाग ने एक बयान में कहा कि ये दवाएं डॉ. आनंद के स्वामित्व वाली इन-हाउस फ़ार्मेसियों की ओर से रोगियों को वितरित की गईं।
मुकदमे के साक्ष्य से पता चला, षड्यंत्रकारियों ने नियंत्रित पदार्थों के लिए नुस्खे प्राप्त करने के लिए मरीजों को गुडी बैग्स लेने के लिए मजबूर किया, जिनकी उन्हें न तो जरूरत थी और न ही वे ये लेना चाहते थे। बयान में कहा गया है कि कुल मिला कर मेडिकेयर, ओपीएम, आईबीसी और एंथम ने गुडी बैग्स के लिए 20 लाख से अधिक का भुगतान किया। डॉ. आनंद ने पेशेवर अभ्यास के सामान्य पाठ्यक्रम के बाहर और बिना किसी वैध चिकित्सा उद्देश्य के ऑक्सीकोडोन वितरित करने की भी साजिश रची। साजिश आगे बढ़ाने के लिए, बिना लाइसेंस वाले मेडिकल इंटर्न ने डॉ. आनंद की ओर से पहले से हस्ताक्षरित खाली नुस्खों का इस्तेमाल कर के नियंत्रित पदार्थों के लिए नुस्खे लिखे।
आनंद ने उनके खिलाफ जांच होने का खुलासा होने के बाद अपने पिता और अपनी नाबालिग बेटी के नाम लाभ के लिए एक खाते में लगभग 9,16,92,240.00 रुपये स्थानांतरित कर धोखाधड़ी की आय छुपाई।
इस पर जूरी ने डॉैक्टर आनंद को स्वास्थ्य सेवा धोखाधड़ी और वायर धोखाधड़ी करने की साजिश का दोषी ठहराया और स्वास्थ्य सेवा धोखाधड़ी के तीन, मनी लॉन्ड्रिंग का एक मामला, गैरकानूनी मौद्रिक लेनदेन के चार मामलों और नियंत्रित पदार्थों को वितरित करने की साजिश रचने के मामले में दोषी पाया। अब डॉक्टर को 19 अगस्त को सज़ा सुनाई जाएगी और उसे अधिकतम 130 साल की जेल की सज़ा हो सकती है।