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तुर्की में YouTube, WhatsApp और Instagram सहित कई बड़े ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों पर लगा प्रतिबंध! सामने आई बड़ी वजह

तुर्की में सनसनी! यूट्यूब, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम समेत कई बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अचानक लगी रोक! मुख्य विपक्षी पार्टी के विरोध प्रदर्शनों और नेताओं के संपर्क को रोकने के लिए सरकार का ये कदम बताया जा रहा है। सरकार ने हालांकि आधिकारिक तौर पर इस पर कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन देश में व्यापक विरोध प्रदर्शन जारी है।

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Sep 08, 2025
प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई प्रतीकात्मक तस्वीर। (फोटो- IANS)

तुर्की में एक्स (पूर्व में ट्विटर), यूट्यूब, इंस्टाग्राम, फेसबुक, टिकटॉक और व्हाट्सएप सहित विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों को बैन कर दिया गया है। वैश्विक इंटरनेट मॉनिटर नेटब्लॉक्स के हवाले से सोमवार को यह जानकारी सामने आई है।

बता दें कि तुर्की की मुख्य विपक्षी दल रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (सीएचपी) ने पुलिस द्वारा इस्तांबुल में पार्टी मुख्यालय के आसपास बैरिकेड्स लगाने के बाद रैलियों का आह्वान किया है।

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हिंसक प्रदर्शन पर रोक लगाने के इरादे से उठाया गया कदम

माना जा रहा है कि सीएचपी नेताओं के संपर्क को तोड़ने और देश में हिंसक विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए एर्दोगन सरकार ने ऐसा कदम उठाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रविवार को तुर्की में लाखों यूजर्स विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों को एक्सेस करने में असमर्थ रहे।

इसके बाद, फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन एसोसिएशन ने इस संबंध में तहकीकात शुरू की। बाद में एसोसिएशन ने जानकारी दी कि देश में तमाम प्लेटफॉर्मों के लिए बैंडविड्थ को सीमित कर दिया गया है। बता दें कि फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन एसोसिएशन तुर्की में इंटरनेट पर स्थानीय सेंसरशिप की निगरानी करता है।

तुर्की सरकार ने नहीं जारी की अधिसूचना

हालांकि, तुर्की सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर इस संबंध में कोई भी अधिसूचना जारी नहीं की गई है। वहीं, किसी भी अधिकारी ने प्रतिबंध की बात को नहीं स्वीकारा है, लेकिन तमाम लोगों के फोन पर फिलहाल एक्स (पूर्व में ट्विटर), यूट्यूब, इंस्टाग्राम, फेसबुक, टिकटॉक और व्हाट्सएप नहीं चल रहे हैं।

इस बीच, तुर्की की मुख्य विपक्षी पार्टी सीएचपी ने इस्तांबुल में लोगों से रविवार को इकट्ठा होने का आग्रह किया है। दरअसल, तुर्की में रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (सीएचपी) को हाल के महीनों में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, खासकर पार्टी के मेयर एक्रेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद से। वह राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन के मुख्य राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी भी माने जाते हैं। इमामोग्लू पर भ्रष्टाचार और विरोध प्रदर्शन से जुड़े आरोप लगे हैं।

मार्च के बाद से तुर्की में जारी है विरोध प्रदर्शन

मार्च में एक्रेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद से सीएचपी के तमाम नेता सड़क पर उतर गए हैं। वह जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि इमामोग्लू की गिरफ्तारी राजनीतिक बदले की कार्रवाई है, क्योंकि वे राष्ट्रपति एर्दोगन के प्रखर आलोचक हैं और सीएचपी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हो सकते थे।

Updated on:
08 Sept 2025 02:03 pm
Published on:
08 Sept 2025 01:59 pm
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