ईरान ने हिज़बुल्लाह को देने वाले हथियारों की सप्लाई तेज़ कर दी है। क्या है इसकी वजह? आइए जानते हैं।
इज़रायल (Israel) और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास (Hamas) के बीच 7 अक्टूबर को शुरू हुआ युद्ध अभी भी जारी है। पर इज़रायल इस युद्ध में सिर्फ हमास पर ही नहीं, दूसरे कुछ आतंकी संगठनों से भी जंग लड़ रहा है। इनमें लेबनान (Lebanon) आधारित आतंकी संगठन हिज़बुल्लाह (Hezbollah) भी शामिल है। काफी समय से इज़रायल और हिज़बुल्लाह के बीच सबकुछ सही नहीं चल रहा है और अक्सर ही दोनों पक्षों में झड़प और गोलीबारी भी होती रहती है। पिछले कुछ महीनों में इज़रायल और हिज़बुल्लाह ने एक-दूसरे पर मिसाइलों से हमला करना भी शुरू कर दिया है। हिज़बुल्लाह ने शुरू से ही हमास को अपना समर्थन दिया है और अक्सर ही इज़रायल-लेबनान बॉर्डर पर इज़रायली सेना पर हिज़बुल्लाह के आतंकी हमला भी करते हैं जिसका जवाब इज़रायली सैनिक भी देते हैं। कुछ समय पहले ही इज़रायल की तरफ से इस बात का संकेत दिया गया था कि हिज़बुल्लाह से निपटने के लिए जल्द ही लेबनान पर भी हमला किया जा सकता है। इसी बीच ईरान (Iran) ने हिज़बुल्लाह के लिए एक बड़ा काम करना शुरू कर दिया है।
ईरान ने तेज़ की हिज़बुल्लाह को देने वाले हथियारों की सप्लाई
पिछले कुछ हफ्तों से हिज़बुल्लाह ने इज़रायल पर हमले तेज़ कर दिए हैं। हिज़बुल्लाह की तरफ से यह भी साफ कर दिया गया है कि अगर इज़रायल जंग छेड़ता है, तो उसे इसका बुरा परिणाम भुगतना होगा। इसी बीच जानकारी सामने आई है कि ईरान ने हिज़बुल्लाह को देने वाले हथियारों की सप्लाई तेज़ कर दी है। इन हथियारों में एडवांस मिसाइलें और एयर डिफेंस सिस्टम्स भी हैं।
ईरान है हिज़बुल्लाह का समर्थक
ईरान लंबे समय से हिज़बुल्लाह का समर्थक रहा है। इतना ही नहीं, ईरान हमास का भी समर्थक रहा है और इज़रायल की खिलाफत करता है। कुछ समय पहले इज़रायल और ईरान ने भी एक-दूसरे पर हवाई हमले किए थे। हालांकि उन हमलों से दोनों देशों के बीच युद्ध तो नहीं छिड़ा, पर तनाव ज़रूर बढ़ गया। ईरान के पास भी अच्छे हथियार हैं। ऐसे में अगर ईरान हिज़बुल्लाह को ऐसे हथियारों की सप्लाई करता है, तो इज़रायल की चिंता बढ़ सकती है क्योंकि ईरान के दिए हथियारों का इस्तेमाल हिज़बुल्लाह इज़रायल पर हमलों के लिए ही करेगा।
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