Donald Trump and Kamala Harris: डोनाल्ड ट्रंप ये चुनाव जीत चुके हैं इसके बावजूद कमला हैरिस अभी भी अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बन सकती हैं, लेकिन कैसे ये हम आपको बता रहे हैं।
Donald Trump and Kamala Harris: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस की कांटे की टक्कर रही लेकिन डोनाल्ड ट्रंप बाजी मारने में कामयाब हो गए। डोनाल्ड ट्रंप को कुल 538 में 312 इलेक्टोरल वोट मिले जबकि कमला हैरिस को सिर्फ 226 वोट मिले। डोनाल्ड ट्रंप ने 270 के बहुमत का आंकड़ा पार कर अपनी जीत शानदार जीत दर्ज कर ली। अब डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद (President of USA) की शपथ लेंगे। लेकिन अब कमला हैरिस को लेकर एक दावा किया जा रहा है कि ट्रंप के चुनाव जीतने के बाद भी वे अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बन सकती हैं। ये दावा कोई और नहीं बल्कि कमला हैरिस के ही पूर्व सलाहकार जमाल सिमन्स कर रहे हैं।
कमला हैरिस के पूर्व सलाहकार जमाल सिमन्स ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है। इस पोस्ट में उन्होंने कहा है कि कमला हैरिस के पास अभी भी अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बनने का मौका है। दरसअल सिमन्स ने कहा है कि इसके लिए जो बाइडेन को अपने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देना होगा। क्योंकि जो बाइडेन 20 जनवरी तक इस पद पर हैं। इसलिए अगर वो अभी इस्तीफा देते हैं तो कमला हैरिस के राष्ट्रपति पद के लिए शपथ लेने में आसानी हो जाएगी।
सिमन्स ने कहा कि कमला हैरिस डेमोक्रेट्स की तरफ से पहली महिला राष्ट्रपति बन जाएंगी। हालांकि ये पद उनके पास भी 20 जनवरी तक रहेगा। क्य़ोंकि लोकतांत्रिक तरीके से जीते डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे।
बता दें कि कमला हैरिस इस बार अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव जीतने की प्रबल दावेदार थीं, कई सर्वे-रिपोर्ट्स में कमला को ट्रंप से ज्यादा मजबूत बताया गया था, लेकिन जब नतीजे आए तो कमला का ये सपना टूट गया और ऐसे दावे भी फेल गए कि इस बार अमेरिका को पहली महिला राष्ट्रपति मिलेगी।
चुनाव नतीजों के बाद कमला हैरिस ने हावर्ड विश्वविद्यालय में अमेरिका की जनता को संबोधित किया। उन्होंने तब कहा था कि “इस चुनाव का नतीजा वह नहीं है जो हम चाहते थे, न ही जिसके लिए हमने लड़ाई लड़ी, न ही जिसके लिए हमने वोट दिया। लेकिन जब मैं कहती हूं, तो मेरी बात सुनिए, अमेरिका के वादे की रोशनी हमेशा चमकती रहेगी जब तक हम हार नहीं मानते और जब तक हम लड़ते रहेंगे”।