Modi 3.0 Oath Ceremony : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के के शपथग्रहण समारोह में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू सहित कई राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे। मालदीव के साथ भारत के तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद भारत ने मालदीव के राष्ट्रपति का भव्य स्वागत करने की योजना बनाई है।
Modi 3.0 Oath Ceremony : दुश्मनी लाख सही खत्म न कीजे रिश्ता, दिल मिले या न मिले हाथ मिलाते रहिए। मशहूर शाइर निदा फ़ाज़ली के इस शेर की तरह भारत के साथ कड़वाहट भरे रिश्तों के लिए जाने जाने वाले मालदीव (Maldives) के राष्ट्रपति मुइज्जू को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शपथग्रहण समारोह में शिरकत करने के लिए आमंत्रित कर दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। मुइज्जू के स्वागत में नई दिल्ली में होर्डिंग भी लगाए गए हैं । मोदी की ओर से उन्हें आमंत्रित करना और मोहम्मद मुइज्जू (Mohamed Muizzu) का यह आमंत्रण स्वीकार करना और भारत सरकार की ओर से उनके स्वागत की जोरशोर से तैयारियां करने को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रविवार को नई दिल्ली में आयोज्य शपथग्रहण समारोह में शिरकत करने वाले सभी दक्षिण एशियाई नेताओं का गर्मजोशी से शानदार स्वागत करने की तैयारियां की गईं है। पीएम मोदी रविवार को रिकॉर्ड तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेंगे और इस समारोह में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू सहित कई राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे।
ध्यान रहे कि पिछले साल नवंबर में मुइज्जू के सत्ता संभालने के बाद से भारत और मालदीव के बीच रिश्ते खराब हो गए हैं। अपने चुनाव अभियान के दौरान, उन्होंने अक्सर भारत की आलोचना की और भारतीय सैना की पूर्ण वापसी की भी मांग की थी। सभी भारतीय सशस्त्र बलों ने देश छोड़ दिया है और अब उनकी जगह नागरिकों ने ले ली है।
भारत ने उन्हें पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित करने के लिए हाथ आगे बढ़ाया।राष्ट्रपति मुइज्जू ने निमंत्रण के लिए पीएम मोदी का आभार जताया और कहा कि इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी।
आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, "उन्होंने यह भी कहा कि वह भारत के साथ घनिष्ठ संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रधान मंत्री के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं, यह देखते हुए कि मालदीव-भारत संबंध सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, जैसा कि इस यात्रा से प्रदर्शित होगा।"
पिछले साल 17 नवंबर को पदभार संभालने के बाद यह चीन समर्थक राष्ट्रपति की भारत की पहली आधिकारिक यात्रा होगी। अपने पूर्ववर्तियों के विपरीत, जिन्होंने पद संभालने के बाद पहली बार नई दिल्ली में संपर्क किया था, मुइज्जू ने पहले तुर्की की यात्रा की थी और जनवरी में अपनी पहली राजकीय यात्रा के लिए चीन की यात्रा की थी।
उनके दिल्ली आगमन से पहले विदेश मंत्रालय के बाहर एक बड़ा बैनर लगाया गया है जिसमें पीएम मोदी और मुइज्जू दोनों हैं। कार्यक्रम में शामिल होने वाले अन्य एशियाई नेताओं के साथ पीएम मोदी के पोस्टर भी पूरी दिल्ली में लगाए गए हैं। शपथग्रहण समारोह में भारत की 'नेबरहुड फर्स्ट (Neighborhood First)' नीति के तहत मालदीव के अलावा बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, नेपाल, मॉरीशस और सेशेल्स सहित पड़ोसी देशों के नेताओं के उपस्थित रहने की उम्मीद है।