NASA astronaut: नासा की भारतवंशी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स का कहना है कि अंतरिक्ष में फंसे रहना उनका सबसे कठिन अनुभव रहा। इस कठिनाई की वजह से उनका चंद दिनों का मिशन 270 दिनों तक बढ़ गया।
NASA astronaut: नासा (NASA) की भारतवंशी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) की वापसी का पूरी दुनिया को इंतजार है। उन्होंने हाल ही में बताया कि अंतरिक्ष में फंसे रहने का उनका सबसे कठिन वक्त उनके लौटने का अनिश्चित समय है। ध्यान रहे कि विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में नौ महीने बिताए। इस तरह उनका आठ दिन का मिशन 270 दिनों तक बढ़ गया। नासा के लंबे समय के अंतरिक्ष यात्री विल्मोर और विलियम्स 5 जून, 2024 को आठ दिनों के प्रवास के लिए बोइंग स्टारलाइनर पर सवार होकर आई.एस.एस. ( ISS)के लिए रवाना हुए थे। सुनीता विलियम्स और विल्मोर एलन मस्क ( Elon Musk) की मदद से अंतरिक्ष से धरती पर आएंगे।
सुनीता विलियम्स ने हाल ही में अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में नौ महीने पूरे किए और अपने सबसे मुश्किल घड़ी का खुलासा किया। विलियम्स के लिए, जिनका आठ दिवसीय मिशन अंतरिक्ष में 270 दिनों से अधिक समय तक रहा। सबसे चुनौतीपूर्ण समय गुरुत्वाकर्षण की कमी नहीं था, बल्कि उनके लौटने की समय सीमा को लेकर अनिश्चितता थी और उनके परिवार पृथ्वी पर उनकी वापसी का इंतज़ार कर रहे हैं।
विलियम्स ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, "सबसे कठिन समय यह है कि ज़मीन पर मौजूद लोगों को ठीक से पता नहीं है कि हम कब वापस आ रहे हैं। गौरतलब है कि अब, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी अपने दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को 19 या 20 मार्च को पृथ्वी पर वापस लाने की योजना बना रही है, लेकिन वे अरबपति एलन मस्क के स्पेसएक्स की मदद से वापस आएंगे।
इधर इन अंतरिक्ष यात्रियों के लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने से जमीन पर भी विवाद पैदा हो गया है। मस्क ने दावा किया है कि अंतरिक्ष यात्रियों को "राजनीतिक कारणों से" अंतरिक्ष में छोड़ा जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा कि कि पूर्व बाइडन प्रशासन जानबूझ कर उनकी वापसी में देरी कर रहा था, । हालांकि, विलियम्स और विल्मोर दोनों ने राजनीतिक नाटक को शालीनता से टाल दिया। इस मामले पर टिप्पणी करने के लिए पूछे जाने पर, विलियम्स ने कहा, "हम जानते हैं कि हमने यहाँ क्या जीवन जीया है।"
उन्होंने कहा, "हमें घर वापस लाने की कोशिश करने वाले सभी लोगों का हम बहुत सम्मान करते हैं।"
इस बीच, विल्मोर ने कहा कि उन्हें और विलियम्स को इस बारे में "कोई जानकारी नहीं दी गई" कि बाइडन प्रशासन उन्हें वापस लाने के लिए क्या कर रहा था और इसलिए उन्हें मस्क के दावे पर विश्वास है। विल्मोर ने कहा,"यह ऐसी जानकारी है जो हमारे पास नहीं है, इसलिए मैं उन पर विश्वास करता हूँ।"