PM Modi USA Visit: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया भर की तमाम धारणााओं और चर्चाओं को निर्मूल साबित करते हुए अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान संयुक्त राष्ट्र की सभा के इतर फिलिस्तीन के राष्ट्रपति से बात कर फिलिस्तीन का समर्थन किया है।
PM Modi USA Visit: आम तौर पर हमेशा यह बात चर्चा का विषय रहती है कि ग्लोबल लीडर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi) फिलिस्तीन की ओर बोलेंगे या इजराइल की ओर? इधर फिलिस्तीन (Palestine) भी बार बार मोदी से यह कहता रहा है कि वह जंग समाप्त करवाने में भूमिका निभाएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इस समय न्यूयॉर्क में हैं, उन्होंने यूएनजीए से इतर फिलिस्तीनी राष्ट्रपति मोहम्मद अब्बास (Mohammad Abbas) से मुलाकात की है। मोदी ने ग़ाज़ा में मानवीय स्थिति पर गहरी चिंता (Gaza situation) व्यक्त की और फिलिस्तीन के लोगों के लिए भारत के समर्थन की पुष्टि की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने नेपाली समकक्ष केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) सहित अन्य विश्व नेताओं के साथ भी बातचीत की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi News)ने ने अपने अमेरिका दौरे (PM Modi USA Visit) के दौरान फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात कर गाजा में नागरिकों की मौत पर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने इजराइल-फिलिस्तीन मुद्दे (Israel Gaza Conflict) पर भारत के लंबे समय से जारी ‘‘सैद्धांतिक रुख'' को दोहराया। मोदी ने अब्बास के साथ क्षेत्र में आतंकवाद, हिंसा और बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को लेकर भारत की ‘‘गंभीर चिंता'' साझा की। प्रधानमंत्री ने अब्बास से कहा कि भारत फिलिस्तीन के लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेगा।
यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब क्षेत्र में संघर्ष जारी है, भारत दो-राज्य समाधान और कूटनीति को आगे बढ़ाने की वकालत कर रहा है। नरेंद्र मोदी का इस तरह फिलिस्तीन से मिलना और अपना रुख साफ करना यह साबित करता है कि वे गाजा के हालात से बहुत चिंतित हैं और रूस और यूक्रेन के साथ ही इजराइल और फिलिस्तीन के बीच जंग खत्म करवाना चाहते हैं।
ग़ाज़ा की स्थिति: मोदी ने ग़ाज़ा में हालात को गंभीर बताया और वहाँ के लोगों के साथ अपनी एकजुटता जताई।
भारत का समर्थन: उन्होंने फिलिस्तीन के लोगों के लिए भारत के समर्थन को दोहराया।
अन्य नेताओं के साथ बातचीत: मोदी ने नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली समेत अन्य वैश्विक नेताओं के साथ भी चर्चा की।
यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब इजराइल-हमास के बीच संघर्ष जारी है। भारत इस समय दो-राज्य समाधान और कूटनीति को आगे बढ़ाने की वकालत कर रहा है, ताकि क्षेत्र में स्थिरता लाई जा सके।