पंजाब असेंबली में KP के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी की विजिट के दौरान सुरक्षा कर्मियों में धक्का-मुक्की हुई। घटना के बाद अफरीदी ने पंजाब सरकार पर लोकतंत्र को दबाने और PTI को डराने का आरोप लगाया।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की विधानसभा में शुक्रवार को उस वक्त तनावपूर्ण हालात बन गए, जब खैबर पख्तूनख्वा (KP) के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी अपने डेलिगेशन के साथ पहुंचे। इस दौरान पंजाब असेंबली के गार्ड्स और KP के सिक्योरिटी पर्सनल के बीच धक्का-मुक्की और झड़प हो गई।
मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी KP के मंत्रियों और सहयोगियों के साथ असेंबली परिसर में प्रवेश कर रहे थे। बड़ी संख्या में लोगों के साथ आने पर सुरक्षा स्टाफ ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिसके बाद दोनों पक्षों के सिक्योरिटी पर्सनल आमने-सामने आ गए। अधिकारियों के मुताबिक, इस घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई और हालात पर जल्द ही काबू पा लिया गया।
घटना के बाद मीडिया से बातचीत में सीएम सोहेल अफरीदी ने पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं लोकतंत्र के लिए खतरा हैं और माहौल मार्शल लॉ जैसा प्रतीत होता है। आरोप लगाया कि पंजाब में एक “नकली सरकार” PTI को डराने-धमकाने में लगी है। अफरीदी ने दावा किया कि लाहौर पहुंचने के दौरान उनके काफिले को रोका गया, कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी हुई और कुछ जगहों पर रेस्टोरेंट तक बंद करवा दिए गए।
पंजाब में इस समय PML-N की सरकार है और मरियम नवाज मुख्यमंत्री हैं, जबकि खैबर पख्तूनख्वा में PTI की सरकार है। सोहेल अफरीदी, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी PTI से जुड़े हुए हैं। अफरीदी तीन दिन के लाहौर दौरे पर थे, जहां उन्होंने PTI नेताओं से मुलाकात की, पंजाब असेंबली में विपक्षी सदस्यों को संबोधित किया और लिबर्टी चौक पर पार्टी कार्यकर्ताओं की रैली का नेतृत्व किया।
यह पहला मौका नहीं है जब सोहेल अफरीदी के साथ कथित तौर पर बदसलूकी हुई हो। इससे पहले 28 नवंबर को रावलपिंडी की अडियाला जेल में इमरान खान से मुलाकात के दौरान पुलिस पर उनके साथ मारपीट के आरोप लगे थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने उनके बाल खींचे और जमीन पर गिराया था। उस घटना को भी सेना के इशारे पर बताया गया था।