अफगानिस्तान में अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकियों से लड़ने के लिए अब रूस ने तालिबान की मदद करने का फैसला लिया है।
रूस (Russia) और अफगानिस्तान (Afghanistan) की तालिबान (Taliban) सरकार के बीच संबंधों में सुधार हो रहा है। तालिबान एक आतंकी संगठन है और दुनियाभर के कई देशों ने तालिबान को आतंकी संगठन की लिस्ट में डाल रखा है। पर कुछ समय पहले ही रूस ने तालिबान को आतंकी संगठनों की अपनी लिस्ट से हटा दिया है। इतना ही नहीं, रूस अब तालिबान के साथ अपने संबंधों को बढ़ावा भी दे रहा है। खुद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने भी तालिबान से सबंधों को अहम बताया है क्योंकि वो अफगानिस्तान में सत्ता में है। रूस और तालिबान के बीच संबंधों में सुधार के साथ ही अब रूस एक गंभीर मुद्दे पर तालिबान की मदद करने वाला है।
अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट से लड़ने में तालिबान की मदद करेगा रूस
अफगानिस्तान में पहले तालिबान आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता था और उसके शासन में अब अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकी संगठन देश में आतंकी हमलों को अंजाम दे रहे हैं। कुछ अन्य छोटे आतंकी संगठन भी अफगानिस्तान में सक्रिय हो गए हैं। तालिबान को इन आतंकी संगठनों के खिलाफ संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसे में रूस अब अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकी संगठनों से लड़ने में तालिबान की मदद करेगा।