Bangladesh की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना बांग्लादेश छोड़ने के बाद से पहली बार न्यूयॉर्क में पार्टी कार्यकर्ताओं के इवेंट में वर्चुअल तरीके से शामिल हुई थीं।
Bangladesh: बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार से भारत समेत पूरी दुनिया में आक्रोश है। शेख हसीना के अपने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और फिर बांग्लादेश छोड़कर भारत आने के बाद हालात बदतर हो गए हैं। बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ जो कुछ भी हो रहा है उसका मास्टरमाइंड शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने अंतरिम प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस को बता डाला है। निर्वासित होकर भारत में रह रहीं शेख हसीना ने न्यूयॉर्क में पार्टी कार्यकर्ताओं को वर्च्युअली संबोधित करते हुए कहा कि आज उन पर नरसंहार के आरोप लग रहे हैं लेकिन वास्तव में यूनुस (Muhammad Yunus) और छात्र कॉर्डिनेटर नरसंहार के दोषी हैं।
अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस को नरसंहार का मास्टरमाइंड बताते हुए उन पर हिंदुओं सहित अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया। शेख हसीना ने कहा कि मौजूदा सरकार अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में पूरी तरह विफल रही है। उनके देश में हिंदुओं, बौद्धों और ईसाइयों को निशाना बनाया जा रहा है। कई चर्च और मंदिरों पर हमले किए गए हैं। इस्कॉन पर हमला किया गया। विरोध हुआ तो संतों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि अल्पसंख्यकों पर हमले क्यों किए जा रहे हैं? लोगों को अब न्याय पाने का अधिकार भी नहीं रहा।
4 महीने पहले देश छोड़ने के बाद अपने पहले भाषण में हसीना ने पांच अगस्त के हालातों के बारे में बताया कि मैं खूनखराबा नहीं चाहती थी। हथियारबंद प्रदर्शनकारियों को गणभवन की ओर भेजा गया। अगर सुरक्षा गार्डों ने गोलियां चलाई होतीं, तो कई लोगों की जान जा सकती थी। मैंने सुरक्षा गार्डों से कह दिया था कि कुछ भी हो जाए गोलियां नहीं चलाएं। ऐसे हालात में मुझे वहां से जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने दावा किया कि उनके पिता शेख मुजीबुर्रहमान की तरह ही उनकी और उनकी बहन शेख रेहाना की हत्या की योजना बनाई जा रही है।