मुस्लिम देशों में महिलाओं पर कई तरह की पाबंदियाँ होती हैं। नियमों को नहीं मानने पर उन्हें सज़ा भी दी जाती है और ऐसा ही एक मामला अब एशिया के एक मुस्लिम देश में देखने को मिला है।
मुस्लिम देश, जिन्हें इस्लामिक देश (Muslim/Islamic Country) भी कहा जाता है, में ज़्यादातर आबादी मुस्लिम होती है। हालांकि इन देशों में काफी सख्ती और नियम-कानून भी होते हैं, जो शरिया कानून के अनुसार तय किए जाते हैं। शरिया के तहत महिलाओं पर कई तरह की पाबंदियाँ लगाई जाती हैं। इन पाबंदियों को न मानने पर इन मुस्लिम देशों में महिलाओं को भारी कीमत चुकानी पड़ती है और उन्हें सख्त सज़ा दी जाती है। साथ ही उनके साथ अमानवीय व्यवहार भी किया जाता है। ऐसा ही एक मामला अब एशिया के एक मुस्लिम देश में सामने आया है।
अफगानिस्तान (Afghanistan) में हाल ही में बुर्का न पहनने पर महिलाओं के खिलाफ कार्रवाई की गई। राजधानी काबुल (Kabul) में 10 महिलाओं को बुर्का नहीं पहनने पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार इन महिलाओं को रेस्टोरेन्ट्स, सड़कों और बाज़ारों से गिरफ्तार किया गया।
कई लोगों ने बताया कि बुर्का न पहनने पर पुलिस इन महिलाओं को गिरफ्तार करके अज्ञात जेलों में ले गई, जहाँ उनके साथ मारपीट की गई। यह काम पुरुष पुलिसकर्मियों ने ही किया।
काबुल में इस तरह से महिलाओं को बुर्का न पहनने पर गिरफ्तार करने और फिर उनके साथ मारपीट करने को मानवाधिकार आयोग ने गलत बताया है। मानवाधिकार आयोग ने इसे महिलाओं के खिलाफ जुर्म बताते हुए तालिबान शासन की निंदा की।
अफगानिस्तान में महिलाओं का जीवन बेहद ही मुश्किल है। 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से ही महिलाओं के लिए हालात काफी खराब हो गए हैं। तालिबान ने महिलाओं पर कई तरह की पाबंदियाँ लगा दी हैं और उन पाबंदियों को न मानने पर उन्हें सख्त सज़ा दी जाती है।