डोनाल्ड ट्रंप और वोलोदिमिर जेलेंस्की की बातचीत के बाद यूक्रेन युद्ध में शांति की उम्मीद बढ़ी है। रूस ने भी माना है कि युद्धविराम अब कुछ ही कदम दूर है, हालांकि कुछ अहम मुद्दों पर बातचीत जारी है।
अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की में हुई बातचीत का ब्योरा अब खुद जेलेंस्की और ट्रंप की जुबान और चेहरे ने बयां कर दिया है। इसके बाद आई मास्को की प्रतिक्रिया पर गौर करें तो साफ है कि तीनों पक्ष अब यह मान रहे हैं कि यूक्रेन-रूस के बीच युद्ध का अंत अब करीब है। दोनों नेता दो घंटे से अधिक की बातचीत के बाद जब सामने आए तो उनका रुख आशावादी नजर आया। मार-ए-लागो स्थित अपने आलीशान घर में हुई बैठक के बाद जेलेंस्की ने पत्रकारों को बताया कि उनका मानना है कि अमरीका और यूक्रेन संशोधित 20 सूत्री शांति योजना पर '90 प्रतिशत सहमत' हैं और यूक्रेन को अमरीका की सुरक्षा गारंटी पर 100 प्रतिशत सहमत हैं।
हालांकि इसमें क्या शामिल होगा, इसका विवरण सार्वजनिक नहीं किया गया है। लेकिन जेलेंस्की के चेहरे और शब्दों के चयन से सब कुछ जाहिर हो गया। जेलेंस्की ने बताया कि जमीन और जेपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट पर नियंत्रण के मुद्दे पर अब भी गतिरोध बना हुआ है। लेकिन इस बयान के जरिए जेलेंस्की ने खुद मान लिया कि इस सबसे विवादित मुद्दे की अहमियत अब शेष 10 फीसदी ही है। जिसके बारे में ट्रंप ने बताया है कि विवादित डोनबास क्षेत्र को लेकर गतिरोध बना हुआ है। जेलेंस्की ने इसे एक मुक्त आर्थिक क्षेत्र बनाते हुए अपनी सेना यहां से हटाने की बात कही है, जबकि पुतिन पूरे क्षेत्र पर निर्बाध दावा ठोक रहे हैं।
प्रेस वार्ता के दौरान जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या उनके और जेलेंस्की के बीच विवादित भू क्षेत्र को लेकर सहमति बन गई है, तो ट्रंप ने कहा कि 'सहमत' शब्द इसके लिए ज्यादा होगा। ट्रंप ने आगे कहा, मैं यह नहीं कहूंगा कि 'सहमत' हो गए हैं, लेकिन हम उस पर समझौते के करीब पहुंच रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि समझौता 95% तैयार है। शेष महत्वपूर्ण मुद्दों को सुलझाने के लिए कुछ और हफ्तों का समय काफी होगा।
ट्रंप-जेलेंस्की के बीच वार्ता के बाद जब क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव से पूछा गया कि क्या ट्रंप का यह दावा सही है कि दुनिया अब शांति के बहुत करीब है, तो उन्होंने कहा कि "बिल्कुल" ऐसा ही है।