USA-Ukraine Minerals Deal: यूक्रेन और अमेरिका के बीच यूक्रेनी खनिजों को लेकर जल्द ही डील हो सकती है। इसके लिए यूक्रेनी टीम अगले हफ्ते अमेरिका जाएगी।
अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की पिछले कुछ समय से यूक्रेन (Ukraine) के खनिजों पर नज़र है। इसी वजह से वह यूक्रेनी राष्ट्रपति राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की (Volodymyr Zelenskyy) पर खनिजों की डील (Minerals Deal) के लिए दबाव बना रहे हैं। ज़ेलेन्स्की के पिछले अमेरिका दौरे के दौरान उनकी और ट्रंप की बहस की वजह से यह डील नहीं हो पाई थी। हालांकि बाद में ज़ेलेन्स्की इस डील के लिए तैयार हो गए। अब इस सिलसिले में नया अपडेट सामने आया है। यूक्रेनी टीम खनिजों की डील के लिए अगले हफ्ते अमेरिका जाएगी।
यूक्रेन के साथ अगर अमेरिका की खनिजों की डील हो जाती है, तो यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए बेहद फायदेमंद होगा। यूक्रेन में भरपूर मात्रा में दुर्लभ खनिज हैं, जिनका इस्तेमाल अमेरिका के कई उद्योगों के लिए किया जा सकता है।
ट्रंप और ज़ेलेन्स्की की बहस के बाद अमेरिका ने यूक्रेन को दी जाने वाले सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी पर रोक लगा दी थी। हालांकि बाद में सऊदी अरब में हुई बातचीत के बाद यह रोक हटा दी गई थी। अगर दोनों देशों के बीच खनिजों की डील हो जाती है, तो यूक्रेन को अमेरिका की तरफ से सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी मिलना जारी रहेगा।
अगर यूक्रेन को अमेरिकी सैन्य सहायता मिलती रहेगी, तो इसकी बदौलत यूक्रेनी सेना आने वाले समय में रूस पर हमले बढ़ा सकती है। इससे रूस के खिलाफ चल रहे युद्ध में यूक्रेन का मनोबल भी बढ़ेगा।
अगर अमेरिका और यूक्रेन के बीच खनिजों की डील होती है और अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी की सप्लाई जारी रहती है, तो इसका दबाव रूस पर पड़ेगा। इस स्थिति में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) पर रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) खत्म करने का दबाव भी बढ़ेगा।
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