After Death Experience: अमेरिका की नर्स जूली मैकफैडेन का कहना है कि वो ये बातें शेयर कर सिर्फ लोगों के भीतर से मौत का डर निकालने की कोशिश कर रही हैं।
After Death Experience: मरने के बाद क्या होता? मौत इंसान को कहां लेकर जाती है, क्या कराती है, जब इंसानी शरीर खत्म हो जाता है, तो शरीर को कैसा लगता है, कैसा अनुभव होता है, ऐसे बहुत सारे सवाल कई लोगों के दिमाग में आते हैं, लेकिन इनका जवाब ठीक से नहीं मिलता, कई लोग इस तरह की बात करते हुए भी डर जाते हैं। कोई इस पर बात ही नहीं करना चाहता। लोगों के मन से यही डर निकलने के लिए अमेरिका की एक नर्स ने अपने कुछ ऐसे अनुभव शेयर किए हैं, जो मौत को एक व्यापक रूप से समझाते हैं। आखिर ऐसा क्या कहा है अमेरिका की इस नर्स ने आइये जानते हैं।
अमेरिका की नर्स जूली मैकफैडेन (Julie Mcfadden)ने अपना एक यू-ट्यूब चैनल शुरू किया है, जिसें वो लोगों के इस तरह के सवालों के जवाब देती हैं। एक वीडियो में उन्होंनेे विस्तार से बताया है कि मरने के बाद शरीर को कैसा महसूस होता है, और इसे कैसे पता लगाया जाता है। जूली ने कहा कि जब इंसानी शरीर मरता है या खुद को खत्म करता है, तो वो एक आराम की स्थिति में चला जाता है। पूरा शरीर रिलैक्स वाली अवस्था में आ जाता है। इसे कई तरीकों से पता किया जा सकता है।
जूली ने कहा कि कई लोगों को मरने के बाद उनका मृत शरीर पेशाब और मल का त्याग कर देता है। कई लोगों के आंख, कान, नाक से एक तरल पदार्थ बाहर आ जाता है, किसी को उल्टी हो जाती है। क्योंकि शरीर एकदम शिथिल हो जाता है। जिसे प्राकृतिक विश्राम की अवस्था कहते है। ये तरल पदार्थ मांस-पेशियों में से निकलते हैं। क्योंकि मरने के बाद शरीर अपने अंदर किसी भी तरह की क्रियाओं को नहीं होने देता, जो कुछ भी होता है वो जब बाहर आ जाता है। इस प्रक्रिया को हाइपोस्टैसिस कहते हैं।
नर्स जूली मैकफैडेन ने कहा कि मौत के बाद शरीर का तापमान एकदम गिर जाता है, जिससे बॉडी काफी ठंडी हो जाती है। इसे एल्गोर मोर्टिस कहते हैं। हालांकि किसी-किसी केस में ये एक से दो घंटे का समय ले लेता है।
नर्स के मुताबिक मरने के बाद शरीर के भीतर खून नीचे आने लगता है, ऐसा गुरुत्वाकर्षण बल के कारण होता है। इसे मेडिकल की भाषा में लिवर मोर्टिस कहते हैं। शरीर का पूरा खून आने की वजह से उनकी पीठ या पैरों का हिस्सा गहरा नीला पड़ जाता है। इसके अलावा मरने के बाद शरीर अकड़ जाता है, बॉडी में लचीलापन नहीं रह जाता। कुछ लोगों का शरीर मौत के बाद ही अकड़ने लगता है कुछ लोगों को 48 घंटे तक लग जाते हैं।
शरीर के खात्मे की जो आखिरी प्रक्रिया होती है वो सड़न की होती है। ऊपर लिखे इन सब बदलावों और प्रक्रिय़ाओं के बाद शरीर सड़ना शुरू कर देता है। इसे शुद्धिकरण की प्रक्रिया कहते हैं, क्योंकि यही वो आखिर अवस्था से जिससे शरीर प्राकृतिक तत्वों में वापस चला जाता है।
अमेरिकी नर्स ने ये भी बताया है कि उनके सामने वो लोग दोबारा जिंदा हुए हैं, जिनकी उनकी आंखों के सामने मौत हो चुकी हैं, सिर्फ इतना ही नहीं इन दोबारा जिंदा हुए लोगों ने ये बताया कि मरने के बाद वो कहां गए और उनके साथ क्या-क्या हुआ। जो वाकई में बहुत चौंकाने वाला होता। नर्स के मुताबिक कई दोबारा जिंदा हुए लोदों ने बताया कि वो मरने के बाद अपने प्रियजनों से मिले। वो उनके साथ कुछ देर रहे। वहीं किसी ने बताया मरने के बाद वो ऐसी दुनिया में गए जहां बहुत ज्यादा सुकून था। वहुत शांति थी।