Hariyali Teej 2025: भगवान शिव माता पार्वती के पुनर्मिलन का उत्सव हरियाली तीज आने वाली है। इस दिन महिलाएं अखंड सुहाग के लिए व्रत रखेंगी। आइये जानते हैं कब है हरियाली तीज, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि (Teej Kab Hai 2025) ...
Teej Kab Hai 2025: हरियाली तीज श्रावण शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है। इसलिए यह श्रावणी तीज के नाम से भी जानी जाती है। सौंदर्य, प्रेम के उत्सव और आस्था के इस व्रत का महिलाओं के लिए बड़ा महत्व है, विशेष रूप से नव विवाहिताओं के लिए। यह त्योहार मुख्य रूप से उत्तर भारत (राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर पदेश, बिहार और झारखंड) में धूमधाम से मनाया जाता है।
परंपरा के अनुसार नवविवाहिताएं पहला व्रत मायके में रखती हैं और इसके लिए झूले सजाए जाते हैं, लोक गीत गाए जाते हैं। देश के कई हिस्सों में मेले लगते हैं और माता पार्वती की सवारी निकाली जाती है। आइये जानते हैं हरियाली तीज की डेट और पूजा विधि
श्रावण शुक्ल तृतीया का आरंभः शनिवार 26 जुलाई 2025 को सुबह 10.44 बजे
श्रावण शुक्ल तृतीया का समापनः रविवार 27 जुलाई 2025 को 10.44 बजे
उदया तिथि में हरियाली तीजः रविवार, 27 जुलाई 2025
हरियाली तीज पर दो शुभ योग बन रहे हैं। 27 जुलाी को रवि योग शाम 04:23 बजे से 28 जुलाई को सुबह 05:49 बजे तक और वरीयान योग 28 जुलाई को सुबह 3.13 बजे तक।
हरियाली तीज पर व्रत रखकर महिलाएं माता पार्वती और भगवान शंकर की पूजा करती हैं और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए प्रार्थना करती हैं। इस दिन झूले झूलती हैं, पकवान बनाती हैं, और लोक गीत गाती है।
शिव पुराण के अनुसार हरियाली तीज की इस विधि से पूजा करनी चाहिए।
1.इस दिन साफ-सफाई कर घर को तोरण-मंडप से सजाएं। एक चौकी पर मिट्टी में गंगाजल मिलाकर शिवलिंग, भगवान गणेश, माता पार्वती और उनकी सखियों की प्रतिमा बनाएं।
2. मिट्टी की प्रतिमा बनाने के बाद देवताओं का आह्वान करते हुए षोडशोपचार पूजन करें।
3. हरियाली तीज व्रत का पूजन रातभर चलता है। इस दौरान महिलाएं जागरण और कीर्तन भी करती हैं।