मामला जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा चंदेरी का है। जांच टीम आने की सूचना पर खाताधारक सुबह से ही बैंक के पास पहुंच गए थे। जांच टीम के साथ निलंबित शाखा प्रभारी बृजेशदयाल श्रीवास्तव पहुंचे, तो खाताधारकों ने उनसे झूमाझटकी की। वहीं, बैंक के एक खाताधारक मोहसिन खान ने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगाने का प्रयास किया, हालांकि, वहां मौजूद अन्य लोगों ने उसे किसी तरह बचा लिया।
बैंक के बाहर लोगों का हंगामा देख तहसीलदार ने सूचना दी, तो एसडीओपी पुलिस टीम के साथ पहुंचीं और लोगों को सख्ती से हटाया। वहीं, एसडीएम प्रथम कौशिक भी मौके पर पहुंचे। खाताधारकों का कहना था कि, जब निलंबित शाखा प्रभारी खुद जांच टीम के साथ हैं, तो निष्पक्ष जांच कैसे होगी? इससे काफी देर तक लोगों ने हंगामा किया और बाद में एसडीएम और पुलिस की समझाइश पर खाताधारक माने।
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साढ़े चार घंटे देर से खुली शाखा, जांच शुरु
सुबह करीब साढ़े 10 दस बजे खुलने वाली सहकारी बैंक शाखा शाम को तीन बजे खुल सकी। इससे जिला सहकारी केंद्रीय बैंक गुना से आई चार सदस्यीय जांच टीम ने वहां मौजूद खाताधारकों को एक-एक करके बुलाया और उनसे खाते में जमा राशि की जानकारी ली और उसकी सूची तैयार की। इससे शाम तक बैंक शाखा के बाहर लोगों की भीड़ लगी रही। खाताधारकों का कहना है कि, उनकी मेहनत की कमाई को बैंक कर्मचारियों ने उनके खाते से निकाल लिया है और इस मामले की सीबीआई जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ एफआईआर की जाए और खाताधारकों की गायब हुई राशि वापस दिलाई जाए।
विधायक ने कहा- करीब 100 करोड़ का है यह घोटाला
घटना की जानकारी लगते ही चंदेरी विधायक गोपाल सिंह चौहान भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि, बैंक कर्मचारियों ने लोगों के खातों से राशि निकाल ली। करीब 100 करोड़ रुपए का घोटाला चंदेरी सहकारी बैंक में हुआ है। विधायक ने कहा कि, अभी ज्यादातर किसानों को तो जानकारी ही नहीं है कि, ये गड़बड़ी हुई है, जब वो आकर अपने खाते चैक कराएंगे, तो घोटाले की हकीकत का पता चलेगा। साथ ही, विधायक ने कहा कि, अकेला केशियर इतना बड़ा घोटाला नहीं कर सकता। मामले में बैंक के अन्य कर्मचारी भी शामिल हैं। इसलिए मामले की सीबीआई जांच होना चाहिए। वहीं, एसडीएम ने कहा कि दो-तीन दिन में जांच पूरी हो जाएगी और जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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क्या कहते हैं जिम्मेदार?
मामले को लेकर चंदेरी एसडीएम प्रथम कौशिक का कहना है कि, शुक्रवार को शिकायत मिली, तो हमने बैंक शाखा को सील करा दिया था। आज बैंक का जांच दल गुना से आया तो यहां पहले से ही खाताधारकों की भीड़ इकट्ठा थी। इसी के चलते समय पर बैंक की सील नहीं खोल पाए और दोपहर में बैंक की सील खुल सकी। जांच दल शाम तक अपनी जांच पूरी करेगा और प्रारंभिक जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विधायक बोले- 100 करोड़ का है घोटाला
वहीं, चंदेरी विधायक गोपाल सिंह चौहान का कहना है कि, ये कोई छोटा मोटा नहीं बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। लोगों के एफडीआर से फर्जी तरीके से राशि गायब हो गई। सभी कर्मचारियों की मिली भगत से ये गड़बड़ी हुई है। बैंक में पदस्थ सभी कर्मचारियों को हटाया जाए और मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए।
इसलिए की आत्मदाह की कोशिश
खाते से पैसे गायब होने की चिंता में खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आत्महत्या का प्रयास करने वाले बैंक के खाताधारक मोहसिन खान का कहना है कि, मेरे पिता ने 15 साल रुपए जोड़कर बहन की शादी करने के लिये इस बैंक में एफडी कराई थी। एफडी फरवरी में पूरी हुई और तब की पासबुक में 7 लाख 19 हजार 63 रुपए की इंट्री है। लेकिन स्टेटमेंट निकाला तो 7.10 लाख रुपए खाते से गायब हैं। जबकि, हमने न एफडी तोड़ी और न कोई विड्राल किया है। हमारी तो पूरी उम्मीदों पर पानी फिर गया, ऐसे में अब जीने का क्या फायदा, इसलिए मैंने खुद को आग लगाने का प्रयास किया।
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मामले की होगी उच्चस्तरीय जांच- राज्यमंत्री
मामले को लेकर राज्यमंत्री बृजेंद्रसिंह यादव ने कहा कि, लोगों ने अपने खाते चैक कराए तो सभी के खातों से राशि साफ थी और एफडी से भी रुपए गायब हैं, लोगों ने मुझे आवेदन दिया है। इसकी उच्चस्तरीय जांच कराएंगे, सहकारिता मंत्री से भी बात करूंगा और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मामले की खास बातें-
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